India News (इंडिया न्यूज़), Manipur Violence, इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल में हिंसक भीड़ द्वारा 3 लोगों को जिंदा जला दिए जाने की घटना सामने आई है। धटना (Manipur Violence) में जिन लोगों को मारा गया उसमें मां-बेटा भी शामिल हैं। वारदात को भीड़ ने उस समय अंजाम दिया जब इलाज कराने के लिए वे एंबुलेंस से जा रहे थे। एंबुलेंस पुलिस सुरक्षा में जा रही थी लेकिन भीड़ ने हमला कर दिया।

  • पुलिस को हड्डियां मिली
  • मामला दर्ज किया गया
  • बेटे का इलाज कराने जा रहें थे

घटना लाम्फेल पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत इंफाल पश्चिम के इरोइसेम्बा इलाके में हुई। घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो पुलिस को केवल गाड़ी से राख और हड्डियां ही मिलीं। पुलिस द्वारा उसी मामले में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है, जिसमें हत्या से संबंधित धाराएं भी शामिल हैं।

बेटा हुआ था घायल

हिंसक भीड़ ने जिन लोगों को मारा है उनमें मां मीना हैंगिंग, उसका बेटा टॉन्सिंग हैंगिंग (7) और उनकी एक रिश्तेदार लिडिया लौरेम्बम शामिल है। कांगचुप क्षेत्र में कई कुकी गांव हैं और यह कांगपोकपी जिले की सीमा पर इंफाल पश्चिम के नजदीक मेतेई गांव फायेंग के करीब है। रविवार को इलाके में गोलीबारी हुई तो टॉन्सिंग के सिर में गोली लगने से घायल हो गया था इसका इलाज कराने के लिए लोग क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल जा रहे थे।

हजारों लोग राहत शिविरों में

मणिपुर में एक महीने पहले भड़की जातीय हिंसा में कम से कम 98 लोगों की जान जा चुकी है और 310 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राज्य में फिलहाल कुल 37,450 लोगों ने 272 राहत शिविरों में शरण ले रखी है। मेइती समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में मणिपुर के पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद तीन मई को राज्य में पहली बार जातीय हिंसा हुई थी।

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