India News

Nuclear Weapons: संयुक्त राष्ट्र में आमने-सामने होंगे अमेरिका-रूस, अंतरिक्ष में परमाणु हथियार बनी वजह – India News

India News (इंडिया न्यूज), Nuclear Weapons: अमेरिका और रूस बुधवार (24 अप्रैल) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों को लेकर आमने-सामने होने वाले हैं। जिसमें बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की दौड़ को रोकने के लिए देशों से आह्वान करने वाले अमेरिकी-मसौदा प्रस्ताव पर मतदान होना है। कुछ राजनयिकों ने बताया कि रूस द्वारा मसौदा प्रस्ताव को रोकने की उम्मीद है। अमेरिका का यह कदम मॉस्को पर अंतरिक्ष में स्थापित करने के लिए एक एंटी-सैटेलाइट परमाणु हथियार विकसित करने का आरोप लगाने के बाद आया है। वहीं इस आरोप को लेकर रुसी रक्षा मंत्री ने साफ इनकार किया है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड और जापान के यामाजाकी काजुयुकी ने शुक्रवार (19 अप्रैल) को एक संयुक्त बयान में कहा कि वे छह सप्ताह से मसौदा पाठ पर सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे हैं।

अंतरिक्ष में परमाणु हथियार को लेकर बढ़ा टेंशन

बता दें कि अंतरिक्ष संधि का पालन करने के लिए राज्यों के दायित्व की पुष्टि करता है। देशों से बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग और बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की दौड़ की रोकथाम के उद्देश्य में सक्रिय रूप से योगदान करने का आह्वान करता है। साल 1967 की बाह्य अंतरिक्ष संधि हस्ताक्षरकर्ताओं जिसमें रूस और अमेरिका भी शामिल है। उनको पृथ्वी के चारों तरफ कक्षा में परमाणु हथियार या सामूहिक विनाश के किसी अन्य प्रकार के हथियार ले जाने वाली किसी भी वस्तु को रखने से रोकती है। रूस और चीन पहले परिषद में संशोधन के लिए मतदान कराने की योजना बना रहे हैं। यह संशोधन बाहरी अंतरिक्ष में किसी भी हथियार और धमकियों या बाहरी अंतरिक्ष वस्तुओं के खिलाफ बल के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने वाली संधि के लिए जोड़ी द्वारा साल 2008 के प्रस्ताव को प्रतिध्वनित करता है।

Israel India Relations: ‘भारत का राजदूत और दूतावास साल 1992 तक इजरायल में क्यों नहीं था’, एस जयशंकर ने पूछा सवाल – India News

राजनयिकों ने क्या कहा?

दरअसल राजनयिकों ने कहा कि संशोधन को अपनाए जाने की उम्मीद नहीं है। संशोधन और मसौदा प्रस्ताव प्रत्येक के पक्ष में कम से कम नौ वोटों की आवश्यकता होती है। अगर रूस, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन या फ्रांस द्वारा कोई वीटो नहीं किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे संशोधन के बिना दिसंबर 2023 में अपनाए गए महासभा प्रस्ताव के आधार पर, अमेरिका द्वारा पेश किया गया पाठ असंतुलित, हानिकारक और राजनीतिकरण वाला होगा। संयुक्त राष्ट्र के उप रूसी राजदूत दिमित्री पॉलानस्की ने कहा कि यह बाहरी अंतरिक्ष संधि को भी कमजोर कर देगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से संबंधित सभी प्रश्नों पर इस संधि के सदस्य देशों की पूर्ण सदस्यता द्वारा विचार किया जाना चाहिए, न कि केवल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों द्वारा।

Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष बोले, ‘पीएम मोदी मुझे दें मिलने का समय, उन्हें समझाऊंगा कांग्रेस का घोषणापत्र’ – India News

Raunak Pandey

रौनक पांडे बिहार की माटी से निकलकर दिल्ली में पत्रकारिता को सीख और समझ रहे हैं. पिछले 1.5 साल से डिजिटल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर सक्रिय हैं। अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय राजनीति पर लिखना पसंद है.

Recent Posts

Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं व पर्यटकों को 300 बेड वाली डीलक्स डॉर्मेटरी में मिलेंगी उच्च स्तरीय सुविधाएं,जल्द शुरू होगा कार्य

India News (इंडिया न्यूज)Mahakumbh 2025: तीर्थराज प्रयागराज की संगम नगरी में महाकुम्भ-2025 महापर्व के आयोजन…

5 hours ago

दक्ष पुलिस ही करेगी 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा, महाकुंभ में ड्यूटी के लिए रिटेन ‘टेस्ट’ दे रहे पुलिसकर्मी

India News (इंडिया न्यूज)Mahakumbh 2025: योगी सरकार महाकुम्भ 2025 के आयोजन के लिए विभिन्न आयामों…

5 hours ago

प्राकृतिक खेती से गंगा को प्रदूषणमुक्त बना रही योगी सरकार, 27 जनपदों में रसायनमुक्त खेती को दिया जा रहा बढ़ावा

India News (इंडिया न्यूज)Natural Farming in UP: भारतीय परंपरा में पतित पावनी, मोक्षदायिनी मानी जाने…

6 hours ago

अपने सिपहसालार की हत्या के बाद बौखलाए पुतिन, यूक्रेन को दे डाली अंतिम चेतावनी, सुनकर थर-थर कांपने लगे जेलेंस्की

Russia Ukraine War: रूस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी दिमित्री मेदवेदेव…

6 hours ago