India News (इंडिया न्यूज), US-Italy Relations: अमेरिका और इटली के बीच बुधवार (17 अप्रैल) को विदेशी सरकारों द्वारा गलत सूचना और फर्जी समाचार लेखों के प्रसार का मुकाबला करने के प्रयासों में समन्वय करने पर सहमत हुए। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी कैपरी द्वीप पर जी7 के विदेश मंत्रियों की तीन दिवसीय बैठक के मौके पर एक बैठक के दौरान नए समझौते पर सहमत हुए। दरअसल, अमेरिका ने पिछले वर्ष 100 से अधिक देशों को भेजा गया एक खुफिया आकलन जारी किया था। जिसमें मॉस्को पर लोकतांत्रिक चुनावों की अखंडता में जनता के विश्वास को खत्म करने के लिए जासूसों, सोशल मीडिया और रूसी राज्य संचालित मीडिया का उपयोग करने का आरोप लगाया गया था।
गलत खबरों को रोकने के लिए आए साथ
बता दें कि, पिछले सप्ताह बेल्जियम ने कहा कि उसके अभियोजक आगामी यूरोपीय संसदीय चुनाव को प्रभावित करने के कथित रूसी प्रयासों की जांच कर रहे थे। रूस ने बार-बार इस बात से इनकार किया है कि उसने कभी भी विदेशी चुनावों में हस्तक्षेप किया है और पिछले महीने कहा था कि वह नवंबर 2024 के अमेरिकी मतदान में हस्तक्षेप नहीं करेगा। वहीं इटली-अमेरिका संबंधों को रेखांकित करने वाला आठ पेज का दस्तावेज़ समझौते में कहा गया है कि दोनों देश विदेशी राज्यों द्वारा सूचना हेरफेर का मुकाबला करने के लिए रणनीतियों और प्रथाओं को स्थापित और कार्यान्वित करेंगे।
Indonesia Volcano: इंडोनेशिया का रुआंग ज्वालामुखी का वीडियो वायरल, उगल रहा है लाल राख, लावा और धुआं
एआई टूल में दोनों देश करेंगे निवेश
बता दें कि दोनों देश सरकारों की भूमिका सहित मीडिया वित्तपोषण और स्वामित्व में पारदर्शिताको बढ़ावा देंगे। साथ ही ज्ञापन में अन्य देशों को उनके चुनावों में हस्तक्षेप करने के विदेशी प्रयासों के खिलाफ सहायता करने की प्रतिबद्धता भी शामिल थी। इसमें ऐसे प्रयासों के पीछे विशेष रूप से किसी देश का नाम नहीं लिया गया। वहीं दोनों देशों ने फर्जी खबरों के प्रसार से निपटने और पहचानी गई हेरफेर गतिविधियों पर एक साझा डेटाबेस बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में निवेश करने का भी वादा किया है।