India News (इंडिया न्यूज़), US-China Space Rivalry: वैश्विक राजनीति में अमेरिका और रूस के बाद अब चीन भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि चीन कई क्षेत्रों में अमेरिका को कड़ा टक्कर दे रहा है। इस बीच पेंटागन के अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने सख्त चेतावनी जारी की है कि अमेरिका को नई अंतरिक्ष दौड़ में चीन से पिछड़ने का खतरा है। पेंटागन के विशेषज्ञों द्वारा जारी एक रिपोर्ट में उन्होंने अमेरिकी नेतृत्व को अंतरिक्ष अन्वेषण और युद्ध क्षमताओं में बनाए रखने के लिए अमेरिकी और संबद्ध अंतरिक्ष उद्योगों को बढ़ावा देने और नौकरशाही प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया है।
दरअसल, चीन की पहचान एक महत्वपूर्ण रणनीतिक प्रतिस्पर्धी के रूप में की गई है। जो अंतरिक्ष में अपनी क्षमताओं को तेजी से विकसित कर रहा है। व्हाइट हाउस ने बीजिंग के साथ प्रतिस्पर्धा में मौजूदा युग को निर्णायक दशक बताया है। विशेषज्ञों के रिपोर्ट के अनुसार अगर तुरंत सक्रिय कदम नहीं उठाए गए तो साल 2045 तक चीन प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति के रूप में अमेरिका से आगे निकल सकता है। दरअसल अंतरिक्ष प्रणोदन प्रणालियों में चीन की प्रगति और रूस के साथ उसका सहयोग अमेरिका के लिए अंतरिक्ष में अपने प्रयासों में सुधार करने की तात्कालिकता को उजागर करता है। रिपोर्ट में अमेरिकी उपग्रहों के करीब चीन के हालिया अंतरिक्ष युद्धाभ्यास को संभावित सैन्य खतरे के रूप में नोट किया गया है। वहीं अमेरिका के लिए इन-स्पेस सर्विसिंग, असेंबली और मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
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बता दें कि, विशेषज्ञ साल 2060 तक पृथ्वी से परे जीवंत मानव समुदायों, एक व्यापक रूप से विस्तारित अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था और शक्ति संतुलन की संभावना की भविष्यवाणी करते हैं। जो संभावित रूप से अमेरिकी नेतृत्व के पक्ष में हो सकता है। खैर यह वर्तमान अंतरिक्ष उद्योग की मजबूती पर निर्भर है। नई अंतरिक्ष दौड़ को स्थायी रूप से जीतने के लिए उन स्थितियों को निर्धारित करना है जिनके लिए भविष्य की पीढ़ियों को न केवल हमारे समय की तकनीकी उपलब्धियां विरासत में मिल सकती हैं। साथ ही हमारे मूल्यों का संरक्षण, एक स्वतंत्र और खुला समाज, एक मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था और अधिकार भी प्राप्त हो सकते हैं। इस रिपोर्ट में अग्रणी अमेरिकी अंतरिक्ष प्रणालियों और कार्यक्रमों में निजी क्षेत्र की उच्च तकनीक कंपनियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाली गई है।
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