होम / ‘अगर चुनाव नहीं लड़ा तो इसका मतलब ये नहीं कि सरकार…’, मतदान के बीच CM पद को लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कह दी ये बड़ी बात

‘अगर चुनाव नहीं लड़ा तो इसका मतलब ये नहीं कि सरकार…’, मतदान के बीच CM पद को लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कह दी ये बड़ी बात

Sohail Rahman • LAST UPDATED : October 5, 2024, 5:10 pm IST

India News (इंडिया न्यूज), Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग अभी जारी है। नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। इस बीच कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार (5 अक्टूबर, 2024 ) को कैथल के एक मतदान केंद्र पर हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अपना वोट डाला। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मतदान के बाद पोलिंग बूथ के बाहर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘अगर चुनाव नहीं लड़ा तो इसका मतलब यह नहीं कि सरकार चलाने की आकांक्षा नहीं है। सीएम उम्मीदवार के पास हरियाणा में बदलाव और किसानों के जीवन में खुशहाली लाने का विजन होना चाहिए। मेरे पास हरियाणा के विकास का विजन है। मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा रखना गलत नहीं है।’

रणदीप सुरजेवाला ने क्या कहा?

कैथल के एक मतदान केंद्र पर मतदान डालने के बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि, ‘लेकिन व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा पार्टी के अनुशासन से बड़ी नहीं है। मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जो फैसला करेंगे, वह सभी को स्वीकार होगा। यह बात मैं भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा और बाकी सभी साथियों की तरफ से भी कह रहा हूं। उन्होंने हरियाणा के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे बाहर आएं और अपना वोट डालें।

‘इंडिया आउट’ कहने वाला ये मुस्लिम नेता पीटेगा अपना माथा, दूर से देखेगा भारत की दरियादिली, किसको मिलेगा 180 करोड़ का महादान

मेरी पहली प्राथमिकता कैथल का विकास करना है: रणदीप सिंह सुरजेवाला

उन्होंने आगे कहा कि, कैथल का विकास करना मेरी सबसे पहली प्राथमिकता है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि कैथल से रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लीला राम चुनाव मैदान में हैं। कैथल सुरजेवाला परिवार की पुरानी सीट रही है। हम आपको बता दें कि रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए साल 2005, 2009 और 2014 में कैथल से जीत हासिल की थी। लेकिन फिर 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कैथल सीट पर बीजेपी के लीला राम के हाथों नजदीकी हार का सामना करना पड़ा था। लीला राम 2000 में भी कैथल से इंडियन नेशनल लोक दल के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं।

‘युवाओं को नशे की ओर धकेलकर चुनाव लड़ने के लिए धन जुटाना चाहती है कांग्रेस…’ PM Modi के इस बयान के बाद मचा सियासी भूचाल

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.