India News (इंडिया न्यूज़), No Confidence Motion, नई दिल्ली: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा चल रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दूसरे दिन मणिपुर मुद्दे को लेकर भाषण दिया। इस दौरान शाह ने विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है। राज्य में मई की शुरुआत से ही हिंसा भड़की हुई है। जिसे लेकर शाह ने कहा कि मणिपुर में हिंसा की शुरूआत से ही वह स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।
सदन में पीएम मोदी के किए कामों को गिनाया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में अपने भाषण में कहा, “मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं, प्रधानमंत्री ने हिंसा की खबरें देखते ही मुझे रात में 4 बजे और अगली सुबह 6:30 बजे फोन किया और विपक्ष कहता है कि मोदी जी को बिल्कुल भी चिंता नहीं है। हमने तीन दिन तक लगातार काम किया। 16 वीडियो कॉन्फ्रेंस की। 36,000 सीएपीएफ कर्मियों को तुरंत राज्य में भेजा। वायुसेना के विमानों का इस्तेमाल किया। मुख्य सचिव और डीजीपी को बदल दिया। सूरत से नये सलाहकार को भेजा। सब कुछ चार मई को ही किया गया। हिंसा शुरू होने के चौबीस घंटों के अंदर कार्रवाई की गई।”
विपक्ष की दलीलों को शाह ने किया खारिज
इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की विपक्ष की दलीलों को राजनीति करार देते हुए खारिज कर दिया है। अमित शाह ने कहा, “विपक्ष कहता है कि हमने अनुच्छेद 356 लागू क्यों नहीं किया। 356 तब लागू किया जाता है, जब प्रदेश में उथल-पुथल के दौरान राज्य सरकार सहयोग नहीं करती। राज्य हमारे सभी फैसलों का सम्मान करता है। सीएम एन बीरेन सिंह को इसलिए बदला जाता है, जब सीएम सहयोग नहीं करते लेकिन यह सीएम सहयोग कर रहे हैं।”
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