आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को एलान किया कि आंध्र प्रदेश की राजधानी अब विशाखापट्टनम होगी। आंध्रप्रदेश के लिए एक नई राजधानी की घोषणा नौ साल बाद हुई है जब तेलंगाना राज्य को उसके क्षेत्र से अलग किया गया था और हैदराबाद को उसकी राजधानी के रूप में हुआ था। सीएम रेड्डी ने विशाखापट्टनम को राज्य प्रशासन की सीट के रूप में प्रस्तावित करते हुए यह साफ शब्दो में कह दिया था कि राज्य का भविष्य डिसेंट्रलाइज्ड डेवलपमेंट में है। मुख्यालय के रूप में यह राज्य के राज्यपाल का आधार भी होगा, हालांकि विधायिका अमरावती से कार्य करेगी।

दिल्ली के कार्यक्रम में किया ऐलान

सीएम रेड्डी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आप सभी को विशाखापट्टनम आमंत्रित करने आया हूं जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है। मैं भी आने वाले महीनों में विशाखापट्टनम में शिफ्ट हो जाऊंगा। हम 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में एक वैश्विक शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। मैं आप सभी को व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए आया हूं।

तीन और चार मार्च को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट

राज्य सरकार 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन करेंगी। उन्होंने विभिन्न कंपनियों से इस समिट में हिस्सा लेने और प्रदेश में निवेश करने का अनुरोध किया है।