India News(इंडिया न्यूज), Kota NEET Student Suicide: भारत के कोने-कोने से छात्र राजस्थान के कोटा जिले में स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) की तैयारी करने जाते हैं। जिसका दबाव इतना ज्यादा होता है कि कुछ छात्र खुद की जान तक दे देते हैं। कोटा में आज (मंगलवार) आत्महत्या से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है। यह मामला इस साल का छठा मामला है। वहीं पिछले साल के डेटा के मुताबिक तैयारी कर रहे छात्रों में से 27 छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी।
SHO ने दी जानकारी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए कोटा के विज्ञान नगर के एसएचओ सतीश चंद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज के छात्र ने इलाके में अपने किराए के अपार्टमेंट में छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि “घटना तब सामने आई जब उसने सुबह अपने माता-पिता के कॉल का जवाब नहीं दिया। जिसके बाद उन्होंने जवाहर नगर इलाके में रहने वाले अपने दोस्तों को फोन किया। उसके दोस्त बाद में उसके अपार्टमेंट में पहुंचे। मकान मालिक और सुरक्षा गार्ड को बुलाया और दरवाजा तोड़ने के बाद उसका शव पाया।”
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मृतक पिछले एक साल से कोटा में पढ़ाई कर रहा था। कुछ दिन पहले ही अपार्टमेंट में आया था। पुलिस ने कहा कि उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और उसके माता-पिता को उसकी मौत के बारे में सूचित कर दिया गया है।
इतने बच्चों ने की आत्महत्या
पुलिस आंकड़ों के अनुसार, कोटा में 2022 में 15, 2019 में 18, 2018 में 20, 2017 में सात, 2016 में 17 और 2015 में 18 छात्रों की मौत हुई। 2020 और 2021 में कोई आत्महत्या की सूचना नहीं मिली क्योंकि कोचिंग संस्थान बंद थे। साथ ही कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन कार्य किया गया। वहीं 2023 में कुल 27 छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी।