इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Armies Of India And America) : भारत और अमेरिका की सेनाएं आतंकवाद विरोधी अभियानों पर मेगा अभ्यास किया। दोनों देशों की सेनाओं द्वारा इस तरह के अभ्यास से चीन की चिंता बढ़ गई है। दोनों देशों की सेनाएं तीन सप्ताह तक संयुक्त रूप से आतंकवाद विरोधी अभियानों पर मेगा अभ्यास किया। भारतीय सेना ने कहा कि अभ्यास वज्र प्रहार हाल की स्थिति को देखते हुए सामना की जाने वाली सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर बेहद महत्वपूर्ण था।
दोनों देशों के बीच बारी बारी से होता है अभ्यास
भारत और अमेरिका के सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास रविवार को संपन्न हो गया। यह अभ्यास भारत और अमेरिका के बीच बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। गौरतलब है कि इस अभ्यास के 12वें संस्करण का आयोजन गत वर्ष अक्टूबर में वाशिंगटन स्थित ज्वाइंट बेस लुईस मैक कॉर्ड में आयोजित किया गया था।
दोनों देश संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत हवाई संचालन, विशेष आपरेशन और आतंकवाद विरोधी अभियान किए। इस अभ्यास को दो भागों में आयोजित किया गया। अभ्यास के पहले भाग में युद्ध अनुकूलन और सामरिक स्तर पर विशेष मिशन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जबकि दूसरे भाग में पहले भाग में मिले प्रशिक्षण को 48 घंटे के लिए सत्यापित किया गया।
अभ्यास के दौरान दोनों देशों के सेनाओं ने संतोष व्यक्त किया
भारतीय सेना ने कहा कि दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों ने अभ्यास के दौरान परिणामों पर अधिक संतोष व्यक्त किया। दोनों देशों ने पहाड़ी इलाकों में, अपरंपरागत परिदृश्यों की एक सीरिज की, संयुक्त प्रशिक्षण और योजना में मॉक ड्रील किया। बयान में यह बताया गया कि दोनों देशों के विशेष सेनाओं के बीच हुए अभ्यास के कारण सेनाओं के बीच दोस्ती और बेहतर द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को पहले से और अधिक मजबूत करने में सहायता मिली है। भारत और अमेरिका की विशेष सेनाओं के बीच हिमाचल प्रदेश के बकलोह में आठ अगस्त को यह अभ्यास शुरू किया गया था। इससे पहले इस अभ्यास को गत वर्ष वाशिंगटन में आयोजित किया गया था।
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