India News (इंडिया न्यूज), Arunachal Pradesh: अरूणाचल प्रदेश, भारत के पूर्वी राज्य को लेकर चीन और भारत के बीच काफी लंबे समय से विवाद चलता आ रहा है। चीन अरूणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता है और ऐसा दावा करता है कि भारत का अरूणाचल प्रदेश पर अधिकार नहीं होना चाहिए। इसी विवाद के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपना राय रखी है। क्या कह रहे हैं अमेरिका के लीडर? इस रिपोर्ट में पढ़िए।

क्या कहता है अमेरिका

अमेरिका के राष्ट्रपति, जो बाइडेन ने अपना पक्ष इस विवाद के बीच रखा है। जो बिडेन प्रशासन ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और चीन के किसी भी एकतरफा प्रयास का  विरोध करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) के पार अपने क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के चीन के किसी भी एकतरफा प्रयास का पूरी तरीके से विरोध करता है।

जो बाइडेन का ये बयान, चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता झांग जियाओगांग के बयान के बाद आया है। जिसमें चीनी प्रवक्ता कहते नजर आ रहे हैं कि अरूणाचल प्रदेश का हिस्सा चीन का है। इसी बात का विरोध कर रहे हैं जो बाइडेन और वो भारत का पक्ष ले रहे हैं।

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भारत का इस पर चीन को जवाब

चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने ये बात जाहिर कर दी थी कि ये सबी दावे जो चीन करता है, ये गलत है। अरूणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था, भारत का ही हिस्सा है और हमेशा भारत का ही हिस्सा रहेगा।

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