IndiaNews (इंडिया न्यूज), Arvind Kejriwal: तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फूड और डायबिटीज के इलाज पर बड़े विवाद के बीच, जेल अधिकारियों ने दिल्ली एलजी को अपनी रिपोर्ट में कहा कि आरएमएल अस्पताल के डॉक्टरों ने केजरीवाल को इंसुलिन देने की आवश्यकता नहीं समझी है। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल के ब्लड शूगर का लेवल चिंताजनक नहीं था और उन्हें दवा खाने की सलाह दी गई थी।
यह रिपोर्ट तब आई जब आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि जेल अधिकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को मारने की साजिश के तहत केजरीवाल को इंसुलिन देने से इनकार कर दिया। प्रवर्तन निदेशालय अदालत को बताया कि केजरीवाल हाई शुगर वाले भोजन का सेवन कर रहे थे ताकि अगर उनका शुगर लेवल बढ़ जाए और मेडिकल बेल मिल सके।
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रिपोर्ट में क्या आया सामने
रिपोर्ट में कहा गया है कि केजरीवाल अपनी गिरफ्तारी से बहुत पहले इंसुलिन लेना बंद कर दिया था और केवल डायबिटीज रोधी गोली मेटफॉर्मिन ले रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरएमएल अस्पताल से उपलब्ध एमएलसी रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल को न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई और न ही किसी इंसुलिन की आवश्यकता बताई गई।
रिपोर्ट में कहा गया है, “10.04.2024 और 15.04.2024 को मेडिसिन विशेषज्ञ द्वारा केजरीवाल की जांच की गई और टैबलेट्स लेने की सलाह दी गई। यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उनके इलाज के दौरान किसी भी समय इंसुलिन से वंचित किया गया था।” रिपोर्ट में कहा गया है कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने एम्स को लिखा है कि केजरीवाल नियमित रूप से मिठाई, केला, आम, फलों की चाट, नमकीन, मीठी चाय, पूरी-आलू और अचार जैसी हाई शुगर वाली चीजें खा रहे हैं।
आप ने आरोप का किया था खंडन
अधिक चीनी वाला खाना खाने के आरोप पर आप ने कहा कि उन्होंने जो मिठाइयाँ खाईं वे शुगर फ्री से बनी थीं जो डायबिटीज के रोगियों को दी जाती हैं और केजरीवाल ने केवल नवरात्रि के अवसर पर पूड़ी-आलू खाया।