India News (इंडिया न्यूज), Arvind Kejriwal on Kailash Gahlot: दिल्ली के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार (18 नवंबर) को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, केंद्रीय मंत्री विजयंत पांडा, बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम के मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इसको लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गहलोत अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं। वह जहां चाहें जा सकते हैं। दरअसल, रविवार को, गहलोत ने अरविंद केजरीवाल को संबोधित अपने त्यागपत्र में पार्टी छोड़ने का कारण अधूरे वादों और हालिया विवादों को बताया।
बीजेपी में शामिल होने पर कैलाश क्या बोले?
भाजपा में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। मेरे लिए यह कोई आसान कदम नहीं था। हम अन्ना जी के समय से ही आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे। हम लगातार दिल्ली के लिए काम करते रहे हैं। कुछ लोगों को लग सकता है कि यह फैसला रातों-रात या किसी के दबाव में लिया गया है, तो यह गलत है। उन्होंने आगे कहा कि न ही यह फैसला किसी के दबाव में लिया गया है। जो लोग कह रहे हैं कि ईडी और सीबीआई के दबाव में ऐसा किया गया है, वे एक नैरेटिव बना रहे हैं। हम जैसे हजारों लोग एक विचारधारा देखकर अन्ना के आंदोलन से जुड़े थे। हमारा उद्देश्य दिल्ली का विकास करना था।
उन्होंने कहा कि जिस वजह से हम जैसे लाखों लोग अपनी नौकरी छोड़कर यहां काम करने लगे थे, वह कार्यकर्ताओं की आवाज है। बहुत से लोग जानते हैं कि जिस वजह से पार्टी बनी थी, वह अब नहीं रही।
इस्तीफे के लिए बताई यह वजह
बता दें कि, कैलाश गहलोत ने एक्स पोस्ट में लिखा था कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता से आगे निकल गई हैं, जिसके कारण कई वादे अधूरे रह गए हैं। उदाहरण के लिए यमुना को ही लें, जिसे हमने स्वच्छ नदी बनाने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब यमुना नदी शायद पहले से ज्यादा प्रदूषित हो गई है। साथ ही कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि सीएम आवास विवाद से सभी को संदेह हो रहा है कि क्या हम अब भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं?
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