India News (इंडिया न्यूज), Muslim Officer In IB, नई दिल्ली: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने देश की खुफिया एजेंसियों के शीर्ष नेतृत्व में ‘मुस्लिम अफसरों की कमी’ को लेकर निशाना साधा है। गैर मुसलमानों की तरफ इशारा करते हुए ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा कि देश के लिए जासूसी करते हुए पता नहीं कितने लोग पकड़े जाते हैं। तो क्या मुसलमानों की तरह इनसे भी सवाल किया जाएगा?
“क्या कोई पूछेगा ये हवस और देश के बीच किसे चुनते हैं?”
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीते दिन सोमवार, 24 जुलाई को ट्वीट कर लिखा, “भारत के जासूसी और इंटेलिजेंस एजेंसियों में मुस्लिम अफ़सरों की कमी वाले मेरे ट्वीट पर लोगों ने बहुत सारे सवाल उठाए। मुसलमानों से पूछा जाता है कि मज़हब और मुल्क के बीच में किसे चुना जाएगा।” उन्होंने आगे कहा, “पता नहीं कितने लोग देश की सुरक्षा का सौदा करते हुए पकड़े जाते हैं, ISI महिलाओं के फेक अकाउंट बना कर इन्हें फंसा लेती है। धर्म की बात तो दूर, क्या कोई इन्हें पूछेगा कि ये अपने हवस और देश के बीच किसे चुनते हैं?”
देश में मुस्लिम अफसरों की कमी पर ओवैसी ने सवाल
वहीं रविवार, 23 जुलाई को ट्वीट करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने भारत की खुफिया एजेंसियों में मुस्लिम अफसरों की कमी पर सवाल उठाया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “दशकों में पहली बार, इंटेलीजेंस ब्यूरो के शीर्ष नेतृत्व में कोई मुसलमान अफसर नहीं होगा। ये मुसलमानों में बीजेपी के संदेह को दिखाता है। आईबी और रॉ खास बहुसंख्यकवादी संस्थान बन गए हैं। आप लगातार मुसलमानों से वफादारी का सबूत मांगते हैं, लेकिन कभी भी उन्हें बराबर का नागरिक स्वीकार नहीं करते।”
Also Read:
- मणिपुर की पीड़ित महिलाओं के परिवार से मिलीं स्वाति मालीवाल, कहा- ‘अब तक उनसे मिलने तक कोई नहीं आया’
- सीएम भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में ‘सेमीकॉन इंडिया प्रदर्शनी’ का किया उद्घाटन