Rahul Gandhi Disqualified: कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी को लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। जिसे लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है। सीएम गहलोत ने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और उदाहरण है।
“तानाशाही का एक और उदाहरण”
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, “राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और उदाहरण है। बीजेपी ये ना भूले कि यही तरीका उन्होंने इन्दिरा गांधी के खिलाफ भी अपनाया था और मुंह की खानी पड़ी। राहुल गांधी देश की आवाज हैं जो इस तानाशाही के खिलाफ अब और मजबूत होगी।”
“भाजपा राहुल के खिलाफ उठा रही दमनकारी कदम”
गहलोत ने एक अन्य ट्वीट कर लिखा, “भारत जोड़ो यात्रा में राहुल ने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और हिंसा का मुद्दा उठाया। इन पर ध्यान देने की जगह भाजपा सरकार राहुल के खिलाफ दमनकारी कदम उठा रही है।”
कोर्ट ने दिया दोषी करार
गुजरात के सूरत की एक कोर्ट ने गुरुवार, 23 मार्च को ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी करार दिया। कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है। हालांकि, राहुल गांधी को सजा मिलने के बाद ही तुरंत बेल भी मिल गई। साथ ही सजा को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया। जिससे उन्हें हाईकोर्ट में अपील करने की अनुमति मिल सके।
क्या है मामला?
2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि “आखिर सभी चोरों के सरनेम मोदी ही क्यों होते हैं?” उनकी इस टिप्पणी पर काफी घमासान हुआ था। जिसके बाद बीजेपी विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने टिप्पणी को लेकर आपराधिक मानहानि मामला दर्ज करवाया था। कहा गया कि राहुल गांधी का बयान पूरे मोदी समाज के लिए अपमानजनक है और इससे पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया गया
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