India News,(इंडिया न्यूज),Ayurveda Hospital: जहां एक तरफ हमारे देश में इतने बड़े पैमाने पर मेडिकल कॉलेज और अस्‍पताल खोले जा रहे है। लेकिन भारतीय आयुर्वेद का एक अलग इतिहास रहा है जिसके कारण एक बार फिर ऐसा माना जा रहा है कि, भारत में आयुर्वेद भी एक बार फिर अपनी जगह मजबूत कर रहा है।

जहां भारतीय राजधानी नई दिल्‍ली के एक आयुर्वेदिक अस्‍पताल में पिछले 5 साल में 15 लाख से ज्‍यादा मरीजों ने इलाज कराया है और स्‍वस्‍थ होकर घर लौटे हैं। जो कि स्वयं में एक बड़ी बात के तौर पर है। याद दो कि, बीते साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संस्थान का उदघाटन किया था तब से लेकर यह संस्थान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और साथ हीं भारत में एक बार फिर आयुर्वेद का महत्व समझाने का अटूट विश्वास बना रहा है।बता दें कि, इस संस्थान में आयुर्वेद के क्षेत्र में 1500 से ज्यादा प्रकाशन किया गया है।

आयुष मंत्रालय ने दी जानकारी

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, आयुर्वेद के इस अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए आयुष मंत्रालय के हवाले से ये जानकारी सामने आ रही है कि, इस अस्‍पताल में आयुर्वेद चिकित्‍सा से बड़ी संख्‍या में मरीजों की विभिन्‍न बीमारियों का इलाज करने के लिए रोजाना कई विभागों की ओपीडी लगती है। पीडियाट्रिक से लेकर ऑब्‍स्‍टेट्रिक्‍स एंड गायनेकोलॉजी, इंटर्नल मेडिसिन, पैथोलॉजी, सर्जरी, आई एंड ईएनटी, प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन आदि विभागों में मरीजों का इलाज किया जाता है।

एआईआईए निदेशक ने दी जानकारी

जानकारी के लिए बता दें कि, एआईआईए की निदेशक डॉ. तनुजा नेसरी बताया कि, अस्‍पताल ने हाल ही में एक और रिकॉर्ड कायम किया है. राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद की समीक्षा में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने ‘ए++’ ग्रेड हासिल किया है. यह उपलब्धि हासिल करने वाला यह देश का पहला आयुर्वेद संस्‍थान है। बता दें कि, हम बात कर रहे हैं दिल्‍ली के सरिता विहार स्थित ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदा की. एआईआईए ने लाखों मरीजों के इलाज के साथ ही बड़ी संख्‍या में आयुर्वेद चिकित्‍सक भी तैयार किए हैं. यहां पीजी एवं पीएचडी में 345 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं जबकि गोवा के सेटेलाइट केंद्र में 100 छात्रों ने बीएएमएस में पिछले वर्ष दाखिला लिया है.

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