(दिल्ली) : बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने एक टीवी इंटरव्यू में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने अपने ऊपर लग रहे सारे आरोपों के जवाब दिए हैं। साथ ही धाम में होने वाले चमत्कार को लेकर भी खुलकर बात की है। बता दें, नागपुर से हो रहे विरोध पर बागेश्वर धाम सरकार ने कहा है कि आवाज उठाने वाले लोगों ने भगवान कृष्ण को भी नहीं छोड़ा है। वैसे लोग हमें कैसे छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मैं शेर का बच्चा हूं, जो कभी नहीं डरता है। बागेश्वर महाराज ने यह भी कहा कि जिसका गुरु बलवान होता है, उसका चेला पहलवान होता है। वहीं, बॉलिवुड फिल्मों के बॉयकॉट पर बागेश्वर सरकार ने कहा कि यह बेहद जरूरी है। हर बार सॉफ्ट लोग ही टारगेट पर क्यों होते हैं। साधु-संतों को बदनाम क्यों किया जाता है।
उन्होंने कहा कि चादर चढ़ाना श्रद्धा है और हनुमानजी की पूजा का उपाय बताना अश्रद्धा है। बता दें, बागेश्वर धाम सरकार पर सोशल मीडिया पर कई तरह के सवाल हैं। ढोंगी बताए जाने के सवाल पर बागेश्वर धाम ने कहा कि हमें फर्क नहीं पड़ता है। कई बार मैं कुछ बोल जाता हूं। हम हनुमानजी नहीं है। हम कोई संत भी नहीं हैं। यह गुरुजी का दिया हुआ चोला है। हम सनातन धर्म के रक्षक हैं, बाकी धर्म सब पंथ है। वहीं, रामचरितमानस पर टिप्पणी को लेकर बागेश्वर सरकार ने कहा कि दूसरे धर्म के बारे में ऐसा बोलते तो अब तक नहीं बचते।
रामचरित मानस बने राष्ट्रीय ग्रन्थ
बागेश्वर धाम महाराज ने बिहार के शिक्षा मंत्री पर कहा कि रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वाले लोगों का डीएनए… इसके बाद उन्होंने कहा कि ये मूर्खतापूर्ण बातें हैं। रामचरितमानस पर सवाल अतिशयोक्ति हैं। बिहार के शिक्षा मंत्री अनपढ़ और गवार हैं। रामचरितमानस एकता का सूत्र है। वह लोगों को जोड़ने का काम करता है। भारत को विश्वगुरु बनने के लिए रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ बनाना पड़ेगा।
हम उन्हें रामचरितमानस पढ़ाएंगे
वहीं, बागेश्वर सरकार ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने रामायण नहीं पढ़ी है। वो राम को नहीं मानते हैं। उनको शिक्षा मंत्री नहीं बनाना चाहिए था। पहले वह रामचरितमानस पढ़ें। अगर वह फ्री हो तो हमारे पास आ जाएं, हम उन्हें रामचरितमानस पढ़ाएंगे। उन्हें कायदे और फायदे से पढ़ाएंगे।