Bangladesh Religious Violence
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:

लेखिका तसलीमा नसरीन को हिंदुओं के समर्थन में लिखना महंगा पड़ गया। फेसबुक ने तसलीमा का अकाउंट 7 दिनों के लिए बंद कर दिया है। इसकी जानकारी लेखिका ने देते हुए बताया कि मैंने सिर्फ बांग्लादेश में हाल ही में घटित हुए सांप्रदायिक दंगों की सच्चाई बयां की थी। जिसको लेकर फेसबुक ने मेरा सोशल मीडिया खाता एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है। तसलीमा ने जानकारी देते हुए बताया कि इससे पहले भी फेसबुक 2015 में मुझे बैन कर चुका है।

फेसबुक का कहना है कि किसी भी व्यक्ति का अकाउंट तभी बैन किया जाता है जब वह घृणात्मक, माहौल बिगाड़ने वाली पोस्ट डालता है जो कि कंपनी के नियमों के विरुध है। तसलीमा ने ट्वीटर पर पोस्ट किया है कि मैंने बांग्लादेश में हुई हिंसा को लेकर फेसबुक पर पोस्ट डाली थी कि किस तरह एक पोस्ट को लेकर मुस्लिमों ने बांग्लादेशी हिंदुओं और मंदिरों को निशाना बनाया था। क्योंकि वायरल की गई पोस्ट में कुरान को हिंदू देवता हनुमान की जांघ पर रखा दिखाया गया था। जबकि यह कृत्य करने वाला कोई हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम युवक इकबाल हुसैन था।

इस पर कोई कार्रवाई तो नहीं हुई अलबत्ता मुझ पर ही फेसबुक ने 7 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि बांग्लादेशी लेखिका द्वारा लिखित किताबों पर बांग्लादेश की सरकार ने बैन लगा दिया था। जिसके बाद नसरीन को जान जाने का डर भी सताने लगा था। 1994 में तस्लीमा ने बांग्लादेश छोड़ भारत में शरण ली थी तब से ही वह नई दिल्ली में रह रही हैं।

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