India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Violence: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब अंतरिम सरकार का गठन मुहम्मद युसूफ के नेतृत्व में हो चूका है। इससे पहले बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन की वजह से शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत भागकर आ गई थीं। इस दौरान इस्लामिक कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जुल्म ढाया। हिंदुओं के घरों और मंदिरों को कहीं तोडा गया, तो कही आग लगा दी गई। वहीं भारत अब इस बात का पता लगा रहा है कि इस हिंसक प्रदर्शन के पीछे किस देश का हाथ है। इस मामले में शक की सुई पाकिस्तान, चीन और अमेरिका पर है। इस बीच यूपी जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कानूनी सलाहकार मौलाना कब रशीदी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की है।
- जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने की बड़ी मांग
- भारत सरकार से की यह अपील
- क्या तख्तापलट के पीछे पाकिस्तान का हाथ है?
- बांग्लादेश हमारा पुराना साथी
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने की बड़ी मांग
यूपी जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भारत सरकार से अपील की है कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाई जाए। क्योंकि वहां से आ रही तस्वीरें बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं और उन्हें किसी भी तरह से सही नहीं कहा जा सकता। वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय को स्वीकार नहीं किया जा सकता। मौलाना कब रशीदी ने कहा कि हालांकि कुछ तस्वीरें ऐसी भी आई हैं कि बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मंदिरों की सुरक्षा के लिए रात भर पहरा दे रहे हैं। यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि अल्पसंख्यक यहां सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और जिस भी स्तर पर जाना पड़े, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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भारत सरकार से की यह अपील
मौलाना कब रशीदी ने कहा कि बांग्लादेश के साथ हमारे संबंध बहुत पुराने हैं। बांग्लादेश का जन्म भारत की कोख से हुआ है। बांग्लादेश पर जितना उपकार हमने किया है, उतना किसी ने नहीं किया। अगर भारत उनके साथ खड़ा न होता तो वे आज भी पड़ोसी देश पाकिस्तान के अन्याय, अत्याचार और दुष्प्रचार की कहानी बनकर रह जाते। अगर उस समय भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उनके साथ खड़ी न होतीं। हम बांग्लादेश के लोगों से कहना चाहते हैं कि जब भारत आपके साथ खड़ा है तो आप किसी समुदाय के खिलाफ क्यों हैं?
क्या तख्तापलट के पीछे पाकिस्तान का हाथ है?
बता दें कि, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कानूनी सलाहकार मौलाना कब रशीदी ने कहा कि आपकी सरकार से लड़ाई है, लड़िए लेकिन किसी धर्म पर हमला मत कीजिए, मंदिरों पर हमला करना बंद कीजिए। जमीयत उलेमा-ए-हिंद इसकी निंदा करती है और हर व्यक्ति को इसकी निंदा करनी चाहिए। क्या बांग्लादेश में तख्तापलट के पीछे पाकिस्तान का हाथ है? इस सवाल पर मौलाना कब रशीदी कहते हैं कि हमारे देश की बांग्लादेश के साथ 4500 किलोमीटर की सीमा लगती है। बांग्लादेश में तख्तापलट किसके समर्थन से हुआ है और कौन क्या करना चाहता है।
बांग्लादेश हमारा पुराना साथी
उन्होंने कहा कि सबको यह समझना चाहिए कि मेरे देश की सेना और सरकार पूरी तरह सक्षम है। अगर कोई यह सपना देखता है कि वह किसी के साथ मिलकर भारत को नुकसान पहुंचा सकता है, तो मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि भारत उसे उसी भाषा में समझाएगा। वह जिस भाषा में समझना चाहेगा, बांग्लादेश हमारा पुराना साथी है और रहेगा। भारत और बांग्लादेश के बीच बहुत गहरे संबंध हैं। लेकिन हम अपने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता से समझौता नहीं कर सकते हैं।
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