Bank Workers were Shocking

इंडिया न्यूज, कृष्णागिरी:
तमिलनाडु के कृष्णागिरी में एक दृष्टिबाधित बुजुर्ग पुरानी करंसी के नोट लेकर जब बैंक पहुंचा तो बैंक वाले भी हैरान हो गए। वहीं बुजुर्ग ने हाथ जोड़कर उनसे अपील की कि वे उसके नोट नई करंसी के साथ बदल दें ताकि वह बिना किसी कठिनाई के जीवन जी सके। जब बैंक कर्मियों ने अपनी मजबूरी जताई तो उक्त बुजुर्ग ने स्थानीय कलेक्टर आॅफिस में याचिका दायर की।

यह लिखा याचिका में (Bank Workers were Shocking)

चिन्नाकन्नू नाम के 65 साल के  दृष्टिबाधित व्यक्ति ने कलेक्टर को दी अपनी याचिका में लिखा है कि उसके पास कुल 65 हजार रुपए हैं। यह रकम उसके पास 500 और 1000 रुपए के नोट के रूप में है। उसने यह दावा किया है कि उसने यह राशि भीख मांगकर पूरे जीवन में एकत्रित की थी ताकि बुढ़ापे में आसानी से रह सके।

रुपए रखकर भूल गया चिन्नाकन्नू (Bank Workers were Shocking)

चिन्नाकन्नू ने बताया कि वह अपने गांव में एक झोपड़ी में भीख मांगकर और अकेले रहकर अपना जीवन यापन कर रहा है। उसने बताया कि चार साल पहले बीमार होने के कारण, वह भूल गया कि नगदी उसने कहा रखी है। याचिका में उसने बताया कि वह कई सालों से इलाके में भीख मांग रहे थे और उन्होंने अपने बुढ़ापे के लिए मदद की उम्मीद में रकम बचाई थी। उसने बताया कि उसे नोटबंदी के बारे में जानकारी नहीं मिली।