India News ( इंडिया न्यूज़ ), Benefits of Kaner flower: ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर कनेर के पेड़ आसानी से मिल जाते हैं। जिसका पूजा में बेहद महत्व होता है, लेकिन यह बात बहुत कम ही लोगों को पता है कि इसका आयुर्वेद में बड़ा ही महत्व है। साथ ही इसकी पत्तियों से लेकर फूल और छाल में कई प्रकार के औषधीय गुण पाये जाते हैं, जिसका प्रयोग घाव को भरने के लिए और सूखने में किया जाता है।

कनेर कई बीमारियों में देता है राहत

कनेर के फूल देखने में जितना सुंदर दिखता होता है, उतना ही औषधि गुणो से भी भरा हुआ होता है। यह फूल सिर दर्द ,दंत पीड़ा और फोड़े-फुंसियों को दूर करने में काफी मददगार साबित होता है। जानकारी के लिए बता दें कि इसकी पत्तियों का लेप शरीर में दाद, खाज, खुजली, सफेद दाग में बहुत ही राहत देता है।

कनेर के फूल क्या है महत्व?

दरअसल यह  फूल भगवान विष्णु और शिव का अति प्रिय माना जाता है। कहा जाता है कि सोमवार के दिन पीले कनेर के फूल से भगवान शिव की पूजा करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। साथ ही हिंदू धर्म में ऐसा भी कहा जाता है कि पीले फूलों वाले कनेर के पेड़ में साक्षात भगवान विष्णु का वास होता है। पीले कनेर के फूल से भगवान श्री हरि की पूजा करने से परिवार खुशहाल रहता है। साथ ही धन संपत्ति में भी बढ़ोतरी होती है। घर के मांगलिक कार्यों में किसी प्रकार की रुकावटें इसमें नहीं आती हैं।

इसी बात को लेकर आयुर्वेद चिकित्सा डॉ दीप्ति ने कहा कि, कनेर के फूल का हिन्दू धर्म मे बड़ा ही महत्व है इतना ही नहीं यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है। साथ ही चेहरे पर होने वाले सफेद दाग धब्बे, झुर्रियां और चेहरे पर ग्लो लाने के लिए भी यह फूल बेहद कारगर होता है।

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