इंडिया न्यूज, मास्को, (Between Russia And Ukraine) : रूस और यूक्रेन के टकराव के बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति और रूसी राष्ट्रपति के बीच बातचीत हुई। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की बातचीत शुक्रवार को फोन पर हुई। इस दौरान यूक्रेन की स्थिति पर भी बातचीत हुई।
बातचीत के दौरान पुतिन ने दक्षिणी यूक्रेन में रूस नियंत्रित जेपोरिजिया परमाणु संयंत्र पर यूक्रेनी सेना की ओर से की गई गोलाबारी पर कहा कि यूक्रेन के इस कदम ने बड़े पैमाने पर तबाही का खतरा पैदा कर दिया है। बातचीत के दौरान दोनों राष्ट्रपति परमाणु संयंत्र में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की ओर से टीम भेजे जाने पर सहमत हैं। फ्रांस के राष्टÑपति ने बताया कि बातचीत के दौरान पुतिन ने दुनिया के बाजारों में रूसी खाद्य और उर्वरक उत्पादों की आपूर्ति में आ रही बाधाओं से भी अवगत कराया।
दोनों राष्ट्रपतियों के बीच ऐसे समय पर बातचीत हुई जब लगातार बढ़ रहा है तनाव
गौरतलब है कि दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच यह बातचीत ऐसे समय पर हुई है जब क्षेत्र में लगातार तनाव बढ़ रहा है। यहां तक कि रूस ने जपोरीजिया स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र को बंद करने की चेतावनी दी थी। वहीं यूक्रेन का कहना है कि यदि रूस ने इस तरह का कोई ऐसा कदम उठाया तो इससे बहुत बड़ी आपदा उत्पन्न हो सकती है। रायटर की हालिया रिपोर्टों के अनुसार रूस ने परमाणु संयंत्र के आसपास से सैनिक हटाने की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मांग मानने से इनकार कर दिया था।
लिथुआनिया की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों से भड़क गया है रूस
दूसरी ओर लिथुआनिया की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों पर रूस भड़क गया है। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी आरआइए ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि रूस ने कैलिनिनग्राद में घातक किंजल हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस तीन मिग-31ई युद्धक विमानों को तैनात किया है। ये लड़ाकू विमान क्षेत्र में 24 घंटे ड्यूटी करेंगे। बाल्टिक सागर से लगा कैलिनिनग्राद रूस का वह क्षेत्र है, जो नाटो एवं यूरोपीय संघ के सदस्य पोलैंड तथा लिथुआनिया से घिरा हुआ है। मिग-31ई युद्धक विमानों के तैनाती से स्थितियां और जटील हो गई हैं।