(India News) इंडिया न्यूज Bhagalpur Bridge collapse: बिहार के भागलपुर में रविवार (4जून) को गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन अगुवानी-सुलतानगंज फोरलेन पुल एक बार फिर जमींदोज हो गया। जिसको लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है, उन्होने कहा कि जब इससे पहले भी पुल गिरने की घटना हुई थी, तब भी हम आशंका में थे कि हमें सभी सेगमेंट की जांच करानी चाहिए। रिव्यू मीटिंग भी की गई। IIT रुड़की ने 30 अप्रैल 2022 में पुल गिरने का कारण आंधी तूफान बताया। हमें इसके डिजाइन में पहले से ही फॉल्ट था, इसे पूरे तरीके से ध्वस्त करके फिर से कार्य प्रारंभ करने का हमारा निर्णय था
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही यह बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसको लेकर बयान दिया था उन्होने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली। साथ ही इस घटना की जांच करने और दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
बता दे निर्माणाधीन पुल के 30 से ज्यादा स्लैब यानी करीब 100 फीट का हिस्सा नदी में समा गया। बता दे इस पुल का निर्माण खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए किया जा रहा था। बता दे यह पहली बार नहीं हुआ है पिछले साल अप्रैल में भी इस पुल का एक सेगमेंट गिर गया था। लोगों ने इस पुल के गिरने का वीडियो भी बनाया, यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
1710.77 करोड़ लागत का है प्रोजेक्ट
पिछले साल 27 अप्रैल तेज आंधी और बारिश में निर्माणाधीन पुल का करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर जमीन में गिर गया था। हालांकि, उस वक्त जानमाल को क्षति नहीं पहुंची थी। इसके बाद पुल निर्माण का काम फिर शुरू हुआ। इस बार करीब 80 प्रतिशत काम सुपर स्ट्रक्चर का पूरा हो गया था। इतना ही नहीं अप्रोच रोड का काम भी 45 फीसदी पूरा कर लिया गया है। इस पुल को उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना माना जाता है। इस परियोजना का आरंभिक मूल्यांकन 1710.77 करोड़ किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 23 फरवरी 2014 को इसका शिलान्यास किया गया था। इस पुल तथा सड़क निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे। बता दें कि इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है। जबकि एप्रोच पथ की कुल लंबाई करीब 25 किलोमीटर है।