India News(इंडिया न्यूज), Bharat Jodo Nyay Yatra: लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी एक बार फिर से अपनी यात्रा के साथ निकल पड़े हैं। आज (रविवार) उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम के सोनितपुर जिले से गुजरी। राहुल गांधी ने दावा किया है कि इस दौरान 20 से ज्यादा कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा बस के सामने आ गए। जिसके बाद उन्हें उनके सुरक्षाकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने बचा लिया और बस के अंदर ले गए।
कांग्रेस ने दावा किया कि उनके कार्यकर्ताओं और नेताओं पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि उनके वाहनों पर हमला किया गया और पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ जा रहे मीडियाकर्मियों के साथ भाजपा की भीड़ ने ”हाथापाई” की।
राहुल गांधी ने कहा कि “20-25 बीजेपी कार्यकर्ता लाठी लेकर हमारी बस के सामने आए। जब मैं बस से बाहर आया तो वे भाग गए…उन्हें लगता है कि कांग्रेस बीजेपी और आरएसएस से डर गई है। वे सपना देख रहे हैं। वे जितने चाहें उतने पोस्टर और तख्तियां फाड़ सकते हैं। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हम किसी से नहीं डरते। हम न तो पीएम नरेंद्र मोदी से डरते हैं और न ही असम के सीएम से डरते हैं।”
#WATCH | Sonitpur, Assam: Rahul Gandhi being moved inside the 'Bharat Jodo Nyay Yatra' bus by his security personnel and party workers as the Congress MP moved towards a large crowd of people that also included people with BJP flags.
Meanwhile, Congress has claimed that the… pic.twitter.com/iXOFtsk8PN
— ANI (@ANI) January 21, 2024
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि जुमुगुरीहाट में उनके वाहन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि विंडशील्ड से यात्रा के स्टिकर भी फाड़ दिए। उन्होंने कहा कि “मेरे वाहन पर कुछ मिनट पहले जुमुगुरीहाट, सुनीतपुर में एक अनियंत्रित भाजपा भीड़ ने हमला किया था। जिन्होंने विंडशील्ड से भारत जोड़ो न्याय यात्रा के स्टिकर भी फाड़ दिए थे। हमने संयम बनाए रखा, गुंडों को हाथ हिलाया और तेजी से भाग गए।”
इस मामले को लेकर पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। इससे पहले यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली गई थी। उस वक्त कहीं कोई पथराव नहीं हुआ। डराने-धमकाने की कोई कोशिश नहीं की गई। असम में ऐसा क्यों हो रहा है?” क्योंकि वह (असम के सीएम) पीएम मोदी के ‘चेला’ हैं। वह वही सुनते हैं जो शाह कहते हैं। वह देश के दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्ग को डराते हैं। लोगों को डराकर, वह अगले चुनाव पर काम कर रहे हैं।”
Also Read:-