इंडिया न्यूज़: मध्यप्रदेश के इंदौर में आदिवासियों का आंदोलन उग्र रूप लेता जा रहा है। 23 साल की महिला की मौत के बाद इस आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है। आदिवासियों का प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि लोगों ने पुलिस पर पथराव तक किया और पुलिस वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
- इंदौर में आदिवासियों का आंदोलन
- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश को बताया ‘जंगलराज’
- घटनास्थल पर पहुंचेंगे कांग्रेस विधायक
प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों ने महू शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर बडगोन्दा पुलिस थाने में हुई है। वहीं पुलिस थाना प्रभारी ध्रमेंद्र ठाकुर ने बताया कि मृतक महिला खरगोन की रहने वाली थी। वह धमनोद में रहकर पढ़ाई कर रही थी। गवली पलसिया गांव के रहने वाले यदुनंदन पाटीदार की पिछले साल महिला से मुलाकात हुई थी। इसके बाद ये शख्स (बडगोन्दा) अपने घर लेकर आया था। इस दौरान ही महिला की बुधवार शाम को मौत हो गई।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश को बताया ‘जंगलराज’
इस घटना को लेकर विपक्ष भी बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहा है। हाल ही में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि‘इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है। मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूं, व्यथित हूंऔर दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूं।’
घटनास्थल पर पहुंचेंगे कांग्रेस विधायक
अब खबर ये भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश के बाद अब कांग्रेस के आदिवासी विधायक घटनास्थल पर पहुंचेंगे। इनमें कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पाचीलाल मेड़ा जैसे बड़े नेता शामिल हैं। वहीं इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल पर जल्द ही पहुंचेंगे।