इंडिया न्यूज, गांधीनगर:
गुजरात में नए CM के रूप में भूपेंद्र रजनीकांत पटेल जल्द ही शपथ लेंगे। फिलहाल शपथग्रहण समारोह सुनिश्चित नहीं किया गया है। भूपेंद्र पटेल ने 12वीं तक की पढ़ाई की है और वे पाटीदार समाज के नेता हैं। वे राज्य की पूर्व CM और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन के करीबी माने जाते हैं। बताया जाता है कि आनंदीबेन पटेल ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इसके बाद उनके कहने पर ही घाटलोडिया सीट से भूपेंद्र पटेल को टिकट दिया गया था। पटेल ने अहमदाबाद जिले की घाटलोडिया सीट से 1.75 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए थे। उन्होंने रिकॉर्ड 1.17 लाख वोट से जीत दर्ज की थी। उनके मुकाबले खड़े हुए कांग्रेस को शशिकांत पटेल को सिर्फ 57902 वोट ही मिले थे। भूपेंद्र रजनीकांत पटेल अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष और अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉपोर्रेशन की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन भी रहे हैं।
Also Read : भूपेंद्र भाई पटेल बने गुजरात के नए सीएम
जिस अंदाज में भारतीय जनता पार्टी एक के बाद एक पिछले 6 महीने में 5 CM बदले हैं, उससे अब बहुत से अन्य विधायकों में भी एक आस जगी होगी। 24 घंटे पहले विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उन्हें जब 2016 में मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब वे पहली बार ही विधायक बने थे। अब गुजरात में विधानसभा चुनाव से 15 महीने पहले फिर से भाजपा ने सीएम बदला और पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने भूपेंद्र रजनीकांत पटेल के नाम का ऐलान बतौर सीएम किया। भूपेंद्र रजनीकांत पटेल भी पहली बार ही विधायक बने थे। इतना ही नहीं, उनके पास कोई मंत्री पद भी नहीं था और न ही वे सीएम की रेस में थे।
Also Read : भूपेंद्र पटेल को फाइनल कर भाजपा ने फिर से चौंकाया