India News (इंडिया न्यूज़), CM Himanta Biswa: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को घोषणा की कि राज्य एक नई अधिवास नीति लागू करेगा, जिसके तहत असम में जन्मे लोगों को ही सरकारी नौकरी की पात्रता दी जाएगी। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, गुवाहाटी में भाजपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी घोषणा की कि उनकी सरकार जल्द ही ‘लव जिहाद’ के मामलों में आजीवन कारावास का कानून लाएगी।

न्होंने कहा कि इस उपाय का उद्देश्य राज्य की बदलती जनसांख्यिकी को संबोधित करना है, जिसे उन्होंने  “बड़ी चिंता” और “जीवन और मृत्यु का मामला” बताया।

जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कही यह बात

नई नीति के बारे में बोलते हुए, सरमा ने जनसंख्या नियंत्रण उपायों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और बंगाली भाषी बांग्लादेशी मुसलमानों, जिन्हें ‘मिया’ के नाम से जाना जाता है, को असम के स्वदेशी लोगों के रूप में मान्यता देने की शर्तों का उल्लेख किया। यह कदम अवैध अप्रवास को संबोधित करने और असम की स्वदेशी आबादी के हितों की रक्षा करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।

‘लव जिहाद’ के मामलों में आजीवन कारावास लगाने का कदम उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा हाल ही में इसी तरह के एक विधेयक को मंजूरी दिए जाने के बाद उठाया गया है। प्रस्तावित कानून, जिसका नाम उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक, 2024 है, जबरन या धोखे से धर्मांतरण से जुड़े गंभीर अपराधों को लक्षित करता है तथा अपराधियों के लिए भारी दंड का वादा करता है।

न्यूयॉर्क के इस रेस्तरां से ‘Shahrukh Khan’ का वीडियो हुआ वायरल, Abram संग कुछ ऐसा करते दिखे SRK?