india news (इंडिया न्यूज़),PM Modi was not in favor of bringing 2000 note, दिल्ली: 2000 के नोट सर्कुलेशन के बाद विपक्ष के नेता बीजेपी सरकार और खासकर के पीएम मोदी पर भड़कते दिंखे ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्र ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है। नृपेंद्र मिश्र का कहना है कि जब 2016 में नोटबंदी हुई थी, उस वक्त भी पीएम मोदी 2000 का नोट लाने के पक्ष में नहीं थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि रोजाना के लेन-देन के हिसाब से यह ठीक नहीं है। ऐसे में इस बयान पर कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है कांग्रेस का कहना है सिर्फ लीपापोती की कोशिश की जा रही है। बता दें 2016 में नोटबंदी के बाद 2000 के नोट बाजार में आए थे। जिसे रिजर्व बैंक ने बीते शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर सर्कुलेशन से बाहर करने का निर्देश जारी किया है।
नृपेंद्र मिश्र पर भड़के जयराम रमेश
नृपेंद्र मिश्र के इस बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है। जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा कि ‘प्रधानमंत्री के पूर्व शीर्ष सहयोगी कह रहे हैं कि स्वघोषित विश्वगुरु ने नवंबर 2016 में ही 2000 के नोट का विरोध किया था। आगे वह कहेंगे कि नोटबंदी के लिए भी उनके सलाहकारों ने उन पर दबाव बनाया था। यह और कुछ नहीं बल्कि दयनीय तौर पर लीपापोती करने की कोशिश है।’