India News (इंडिया न्यूज), Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार (7 मई) को उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा भूचाल ला दिया।जब उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक पद से हटा दिया। उन्होंने कहा कि इन भूमिकाओं को संभालने से पहले उन्हें परिपक्वता तक पहुंचने की जरूरत है।
मायावती का बड़ा राजनीतिक फैसला
बता दें कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर कहा कि विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है। जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
मायावती ने आगे लिखा कि जबकि इनके पिता श्री आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेेंगेे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है। बता दें कि आकाश आनंद को मायावती का राजनीतिक वारिस माना जा रहा था। परंतु मायावती के इस फैसले ने अब अटकलों के बाजार को गर्म कर दिया है।