India news (इंडिया न्यूज़) Bharat VS India: भारत में इस समय देश का नाम बदलने की चर्चा खुब चल रही है। इस मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष दो भागों बट गए है। बता दे कि इसकी चर्चा तब से चल रही है जबसे देश के राष्ट्रपति के तरफ से आयोजित जी-20 रात्रि भोज के आमंत्रण पत्र में प्रसिडेंट आंफ इंडिया के बदले प्रसिडेंट आफं भारत लिखा गया। इसी बीच संयुक्त राष्ट्र ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारी फरहान हक  ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र देशों के नाम बदलने पर तब विचार करता है जब देश की ओर से नाम बदलने की अनुरोध की जाती है। संयुक्त राष्ट्र के उपप्रवक्ता फरहान ने तुर्की द्वारा पिछले साल नाम बदलकर तुर्किये करने का भी उदाहारण दिया।

भारत अनुरोध करता है तो होगा विचार

फरहान हक ने आगे कहा कि इंडिया का नाम भारत हो सकता है। उन्होंने तुर्किये के मामले  को बताते हुए कहा कि उस वक्त हमने तुर्किये सरकार द्वारा  दिए गए अनुरोध पर काम किया था। इस तरह का कोई भी देश अनुरोध करता है तो मैं उसपर विचार करते है।

पीएम मोदी ने दिया निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडलीय बैठक में मंत्रियों से भारत और इंडिया मुद्दे पर राजनीतिक विवाद से बचने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री का मानना है कि भारत देश का प्राचिन नाम रहा है। बता दें कि भारत इंडिया पर विवाद तब छिड़ गया जब जब राष्ट्रपति के रात्री भोज में इंडिया के जगह भारत लिखा था। जिसके बाद से विपक्ष पीएम मोदी पर देश का नाम बदलने का आरोप लगा रहा है।

क्या है मामला

बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत कहे जाने के बाद  राष्ट्रीय राजनीति में विवाद खड़ा हो गया। विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया कि सरकार देश का नाम बदलना चाहती है। इस मुद्दे पर चर्चा तब शुरु हो यगा है जब संसद का विशेष सत्र शुरु होने वाला है।

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