Karnataka Assembly Election 2023: सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी को कर्नाटक में शनिवार देर रात उस वक्त बड़ा झटका लगा जब पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार ने चुनाव के लिए खुद को उम्मीदवार बनाने में देरी से नाराज होकर भाजपा से इस्तीफा देने का एलान किया। राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं। शेट्टार ने पार्टी में दिए अपने योगदान तथा राज्य में संभाले गए अहम पदों को याद करते हुए कहा, “जिस तरह से मुझे अपमानित किया गया, उससे मैं निराश हूं।”

शेट्टार ने पार्टी को दी थी चेतावनी

बता दें कि जगदीश शेट्टार ने इससे पहले पार्टी को इसके परिणाम भुगतने को लेकर भी चेतावनी दी थी। उन्होंने पार्टी को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह शनिवार रात तक हुबली धारवाड़ सेंट्रल सीट से अपने टिकट की घोषणा का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा था कि “मुझे टिकट नहीं देने से 20 से 25 सीटों पर असर पड़ सकता है।” हाल ही के दिनों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) वरिष्ठ मौजूदा विधायकों और नेताओं को किनारे लगाने की नीति अपना रही है। जिससे नए लोगों के लिए रास्ता बन सके। मगर शेट्टार के नेता पार्टी आलाकमान के पद छोड़ने के फरमान को सह नहीं पा रहे हैं। पूर्व उपमुख्मंत्री लक्ष्मण सावदी ने अथानी से टिकट नहीं दिए जाने पर बीजेपी छोड़ दी थी।

टिकट न मिलने पर लक्ष्मण सावदी ने छोड़ी बीजेपी

बीजेपी ने अथानी से पूर्व कांग्रेसी महेश कुमाथल्ली को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि शुक्रवार को कांग्रेस का दामन थामने के बाद लक्ष्मण सावदी को अथानी से टिकट दिया गया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शेट्टार की नाराजगी को दूर करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी नेताओं प्रल्हाद जोशी और धर्मेंद्र प्रधान ने शेट्टार से सीएम बसवराज बोम्मई के साथ हुबली में उनके आवास पर बैठक की। इसके बाद पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार ने कहा, “केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सीएम बसवराज बोम्मई मुझसे मिले थे। उन्होंने मुझे बताया कि मेरे परिवार के सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं और मुझे दूसरे महत्वपूर्ण पद दिए जाएंगे, लेकिन मैंने मना कर दिया।”