India News (इंडिया न्यूज), Pashupati Paras: बिहार में एनडीए के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने बुधवार (31 जुलाई) को पार्टी कार्यकर्ताओ की बैठक बुलाई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बुधवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के साथ गलत व्यवहार किया गया। लेकिन फिर भी उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ बने रहने का फैसला किया। बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एक भी सीट नहीं दिए जाने से नाराज होकर पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

पारस के बयान से टेंशन में बीजेपी

बता दें कि, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी में विभाजन के बाद लोक जनशक्ति पार्टी राष्ट्रीय अस्तित्व में आई। पशुपति पारस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमें बुरा लगा, लेकिन हमने अपनी वफादारी नहीं बदली। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा इस बात को समझेंगे। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में हमें उचित प्रतिनिधित्व देंगे। उन्होंने कहा कि अगर विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को उचित सम्मान नहीं मिला तो उनकी पार्टी अपने दम पर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

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विधानसभा चुनाव के तैयारी के लिए बुलाई बैठक

पशुपति पारस ने कहा कि आरएलजेपी उन चार विधानसभा सीटों में से एक पर एनडीए की ओर से चुनाव लड़ना चाहेगी। जहां उपचुनाव होने हैं। ये सीटें संबंधित विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई हैं। दरअसल, बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और अब उससे पहले पशुपति पारस सक्रिय हो गए हैं। राज्य के आरएलजेपी मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में पार्टी के सभी पदाधिकारी, प्रकोष्ठ अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष पहुंचे थे। इसके अलावा पार्टी के सभी प्रखंड अध्यक्ष, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक भी बैठक में पहुंचे।

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