India News (इंडिया न्यूज),Parliament Security Breach: बुधवार को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी की कोशिश करने के मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें एक महिला नीलम भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि नीलम और अमोल संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जबकि मनोरंजन और सागर लोकसभा के अंदर पहुंच गए थे।

अब नीलम की रिहाई को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा सामने आ गया है। इस मोर्चे ने नीलम की रिहाई की मांग करते हुए कहा है कि वह किसान प्रदर्शनों से जुड़ी रही हैं। किसान नेता ने कहा नीलम पहले किसान आंदोलन से जुड़ी रही है, हम सब उसके साथ है। उन्होंने कहा कि नीलम ने बेरोजगारी से ग्रस्त होकर संसद पर हमले का यह कदम उठाया है

नीलम को लेकर हो रहे राजनीतिक बयानबाजी

संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और किसान नेता आजाद पालवा इस बीच नीलम के घर भी पहुंचे। उन्होंने नीलम की रिहाई की मांग करते हुए कहा कि वे इस संबंध में कल किसान संयुक्त मोर्चा की मीटिंग भी बुला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर नीलम को जल्द रिहा नहीं किया गया तो बड़ा कदम उठाया जाएगा।

वहीं नीलम का राजनीतिक कनेक्शन भी जुड़ने लगा है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने नीलम आजाद का पोस्टर जारी किया है। जिसमें वह किसानों के साथ आंदोलन में भाषण देती हुई नजर आ रही हैं। हरियाणा की जिंद जिले की रहनेवाली नीलम के परिवार का कहना है वह हिसार में पीजी में रह रही थी। उसके छोटे भाई का कहना है कि ‘हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है, हमें जानकारी थी कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है। वह सोमवार को हमसे मिलने आई थी और कल लौटी है।

भाजपा के अमित मालवीय ने एक विरोध रैली में कांग्रेस के समर्थन में नीलम आज़ाद का एक पुराना वीडियो साझा किया और उन्होंने आरोपी नीलम को ‘आंदोलनजीवी’ कहा। उन्हें “वह एक सक्रिय कांग्रेस/आई.एन.डी.आई. गठबंधन समर्थक बताया है।

कलावा पहन लोगों को गुमराह किया गया

अमित मालवीय ने आगे कहा, वह एक आंदोलनजीवी हैं, जिन्हें कई विरोध प्रदर्शनों में देखा गया है। सवाल यह है कि उन्हें किसने भेजा? उन्होंने भाजपा सांसद से संसद पास प्राप्त करने के लिए मैसूर से किसी को क्यों चुना? अजमल कसाब ने भी पहना था लोगों को गुमराह करने का एक कलावा। यह एक समान चाल है। याद रखें कि विपक्ष कुछ भी नहीं करेगा, यहां तक कि हमारे लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था संसद को भी अपमानित करने से नहीं चूकेगा।”

जानें आरोपी नीलम आजाद के बारे में..

संसद के बाहर हिरासत में लिए जाने के दौरान नीलम ने कहा, ”क्योंकि हम बेरोजगार हैं, हमारे माता-पिता बहुत काम करते हैं, मजदूर हैं, किसान हैं, छोटे व्यापारी हैं, दुकानदार हैं, लेकिन किसी की आवाज नहीं सुनी जा रही है।” उनकी मां ने कहा कि वह इतनी सारी डिग्रियां होने के बाद भी बेरोजगार होने को लेकर चिंतित थीं।

बता दें कि महिला नीलम आज़ाद जींद की रहने वाली हैं और सिविल सेवा की तैयारी के लिए हिसार में रह रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने एमए, एमईडी और एमफिल पूरा किया और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा पास की।

नीलम की माँ ने कहा, “वह बेरोजगारी को लेकर चिंतित थी। मैंने उससे बात की थी लेकिन उसने मुझे दिल्ली के बारे में कभी कुछ नहीं बताया। वह मुझसे कहती थी कि वह इतनी उच्च योग्य है लेकिन उसके पास कोई नौकरी नहीं है, इसलिए मर जाना ही बेहतर है।”

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