India News (इंडिया न्यूज),Cannabis Bill: हिमाचल प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। राज्य सरकार भांग की खेती को वैध करने की योजना बना रही है। राज्य सरकार का दावा है कि औषधीय उपयोग के लिए इसे वैध किया जा सकता है। इसके लिए सरकार ने एक विधेयक तैयार किया है। राजस्व मंत्री की अध्यक्षता में 26 अप्रैल 2023 को एक समिति का गठन किया गया था। राज्य सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने घोषणा की है कि इस संबंध में जल्द ही एक विधेयक पेश किया जाएगा। उनका कहना है कि इससे अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

समिति के प्रस्तावों के आधार पर विधेयक

हिमाचल सरकार द्वारा गठित समिति ने कांगड़ा, चंबा, मंडी, कुल्लू, सोलन और सिरमौर जिलों का दौरा किया था और कई राज्यों से संपर्क भी किया था। समिति ने पाया है कि इसकी खेती से राज्य को राजस्व मिलेगा। मंत्री ने यह भी दावा किया है कि राज्य की आबकारी नीति से लाभ होगा। हिमाचल प्रदेश हाल के दिनों में आर्थिक संकट से गुजर रहा है। राज्य मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दावा किया है कि अगर सरकार इसकी खेती को कानूनी तौर पर करने का आदेश दे तो यह राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमें गंभीरता से सोचना चाहिए। ताना मारने से बचने की जरूरत है।

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भारत में भांग की खेती अवैध

भारत में भांग की खेती को 40 साल से भी ज्यादा समय से अवैध माना जाता रहा है। हालांकि हिमाचल समेत कई राज्यों में लोग अवैध तरीके से इसकी खेती करते आ रहे हैं। हिमाचल में जयराम ठाकुर की सरकार ने भी 2018 में इसे वैध करने का ऐलान किया था। सरकार का दावा है कि इससे राज्य को करीब 500 करोड़ रुपये की कमाई होती है। 1985- भारत में भांग की खेती को अपराध घोषित किया गया।

भांग कई दवाओं में भी इस्तेमाल

भांग को नशे के तौर पर देखा जाता है। आयुर्वेदिक दवाओं में भांग की अहम भूमिका होती है और इसका इस्तेमाल जी मिचलाना, उल्टी और शारीरिक दर्द समेत कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। हालांकि कई जगहों पर इसके औषधीय फायदे के दावे भी किए गए हैं। माना जाता है कि यह इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इतना ही नहीं, यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है। यह उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है। यह गठिया में राहत दिलाने और त्वचा संबंधी बीमारियों से निजात दिलाने में कारगर हो सकता है।

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