India News (इंडिया न्यूज), Cash For Query Case: लोकसभा की एथिक्स कमेटी की टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर पर रिपोर्ट शुक्रवार को लोकसभा में पेश की गई। इस रिपोर्ट को लोकसभा में बीजेपी के विजय सोनकर ने पेश किया। बता दें कि ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की रिपोर्ट सदन में पेश करने के लिए सूचीबद्ध थी। समिति की रिपोर्ट पहले 4 दिसंबर के लोकसभा के एजेंडे में सूचीबद्ध थी लेकिन इसे पेश नहीं किया गया था।
गौरतलब है कि एथिक्स कमेटी में 10 सदस्य हैं, जिनमें से 6 सदस्यों ने रिपोर्ट पास कर दी। पास होने वालों में कांग्रेस सांसद परनीत कौर भी शामिल थीं। कांग्रेस ने परनीत कौर को निलंबित कर दिया है।
इस केस में अब-तक क्या हुआ
- बता दें कि TMC सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा सचिवालय में शिकायत की थी कि उन्होंने संसद की आईडी और पासवर्ड बिजनेसमैन हीरानंदानी को सौंपा था।
- इसके अलावा 15 अक्टूबर को बीजेपी संसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी। इसमें उन्होंने आरोप लगाए कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे।
- लोकसभा स्पीकर को लिखे पत्र में बीजेपी संसद ने दावा किया कि मोइत्रा द्वारा हाल में 61 में 50 सवाल अडानी ग्रुप से जुड़े हुए किए थे। जिसके लिए उन्होंने पैसे लिए थें।
- एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने 10 नवबंर को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कैश फॉर क्यारी मामले में 500 पेज की रिपोर्ट सौंपी।
- इस दौरान मोइत्रा ने रिपोर्ट को लेकर कहा कि ” पूरा मामला ही मजाक है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी मीडिया कह रही है कि सवाल पूछने के बदले पैसे का मामला है, लेकिन 500 पेज की रिपोर्ट मैं पैसे को लेकर कोई सबूत नहीं है।”
- वहीं , 25 नवंबर को महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे कैश फॉर क्वेरी के आरोप के मामले में सीबीआई ने जांच शुरु कर
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