पटना। Caste based census starts in Bihar: बिहार में जाति आधारित जनगणना आज यानी 7 जनवरी से शुरू हो चुकी है। डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने जानकारी देते हुए कहा है कि जाति आधारित जनगणना दो चरणों में की जाएगी। पहला चरण आज से शुरू होकर 28 जनवरी तक चलेगा। तो वहीं इसका दूसरा चरण अप्रैल माह में शुरू की जाएगी। इस दौरान करीब 5.18 लाख कर्मी 2 करोड़ 58 लाख 90 हजार 447 परिवारों की डिटेल्स डिजिटली रजिस्टर में दर्ज की जाएगी। जिसके आधार पर सरकार राज्य में योजनाओं को तैयार करेगी।
पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि” हमने आज जाति सर्वेक्षण शुरू किया है, पहला चरण 7 जनवरी से 21 जनवरी तक होगा। दूसरा चरण अप्रैल में होगा जिसमें सामाजिक-आर्थिक से जुड़ी जानकारियां ली जाएंगी। पटना में कुल 20 लाख परिवार हैं, जिनकी गिनती पहले चरण में होगी”।
राज्य के हर व्यक्ति का सरकार के पास होगें स्पष्ट आकंडे
नीतीश सरकार की ओर से कहा गया है कि इस एक्सरसाइज के बाद राज्य सरकार के पास राज्य के हर वर्ग की स्पष्ट जानकारी होगी, जिसके मदद से सरकार आगामी समय में सूबे के हर वर्ग का समूचित विकास करने में सक्षम होंगे।
डिप्टी सीएम बोले-यह संतुलित विकास के लिए महत्वपूर्ण
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने जाति आधारित जनगणना का जिक्र कर कहा है कि इस एक्सरसाइज के पूरे होने के बाद बिहार सरकार के पास राज्य के लोगों की एक स्पष्ट आकड़े होगें। जो किसी भी सरकार के लिए योजनाओं के निर्माण में काफी अहम भूमिका निभाती है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि आने वाले समय में राज्य के पिछड़े वर्गों के लोगों के लिए केंद्रित योजनाएं हो ताकि उनको इसका सीधा लाभ हो सकें। डिप्टी सीएम भारतीय जनता पार्टी के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा हमेशा से गरीबों का विरोधी रहा है, भारतीय जनता पार्टी नहीं चाहती है कि राज्य के पिछड़े लोगों को आगे बढ़ने का मौका दिया जाए।