India News ( इंडिया न्यूज़ ) Causes and treatment of panic attack : शरीर के किसी अंग या हिस्से में उठने वाला अचानक दर्द पैनिक अटैक कहलाता है। बता दें यह रोग कई बार मानसिक बीमारियों के साथ होता है। इसमें मरीज के अंदर एक प्रकार का डर बैठ जाता है जिसके कारण रोगी की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं और वह परेशान हो जाता है। और साथ ही पूरे दिन बेचैन भी रहता है जिसके कारण उसे कई बीमारियां लग जाती हैं। तो चलिए आप परेशान न हो आज हम आपको बताते हैं इससे बचने का सही तरीका।
जानिए कैसे करें बचाव
अटैक होने पर मरीज को शांत रखें। पीड़ित की समस्या सुनकर समझने का प्रयास करें। मरीज को टहलने या स्टे्रचिंग के लिए कहें। मरीज को नाक से लंबी सांस लेने और मुंह से छोड़ने के लए कहें। भीड़-भाड़ वाली जगह जाने से बचें। खुद पर तनाव को हावी न होने दें। जब भी कोई समस्या हो तो एक गिलास ठंडा पानी पीएं और फिर सोचें। ऐसा क्यों हुआ, उसका कारण खोजें।
डॉक्टर की सलाह ले जरूर
यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
किसे अधिक खतरा
तनावग्रस्त लोगों में इस बीमारी के होने की आशंका अधिक रहती है। तलाक, नौकरी छूटने या किसी नजदीकी की मृत्यु होने पर भी यह हो सकता है। लंबे समय से गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीज और युवाओं में ब्रेकअप के बाद इस तरह की समस्या देखने को मिलती है। किसी मानसिक आघात से गुजरे लोगों में इसकी आशंका रहती है।
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