• थर्मल पावर स्टेशनों में नहीं हो पा रही कोयले की पूर्ति
  • माल गाड़ियों से जल्द पहुंचाया जाएगा कोयला
  • रूस यूके्रन युद्ध के चलते नहीं हो पाया कोयले का आयात

बढ़ रही गर्मी के कारण देश में बिजली की खपत भी बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर कोयले की कमी के चलते बिजली संकट से भी झूजना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश, इन 12 राज्यों में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। रूस यूक्रेन युद्ध के चलते कोयले के आयात पर असर पड़ा है। इसके अलावा बताया जा रहा है कि झारखंड में कोल कंपनियों को बकाया पेमेंट न देने के चलते कोयला संकट पैदा हुआ है।

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। बढ़ रही गर्मी के कारण देश में बिजली की खपत भी बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर कोयले की कमी के चलते बिजली संकट से भी झूजना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश, इन 12 राज्यों में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। रूस यूक्रेन युद्ध के चलते कोयले के आयात पर असर पड़ा है। इसके अलावा बताया जा रहा है कि झारखंड में कोल कंपनियों को बकाया पेमेंट न देने के चलते कोयला संकट पैदा हुआ है।

यह है गाड़ियों को रद्द करने का मुख्य कारण

वहीं यूपी में बिजली आपूर्ति बनाए रखने में मदद के लिए केंद्र सरकार ने 657 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। इन गाड़ियों को इसलिए रद्द किया गया है ताकि थर्मल पावर स्टेशनों के लिए सप्लाई किए जा रहे कोयले से लदी माल गाड़ियों को आसानी से रास्ता प्रदान किया जा सके और समय से कोयला पहुंच सके।

13 राज्यों में बिजली संकट से लोग परेशान

आपको बता दें कि दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत देश के 13 राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा कोयले की कमी के चलते भी कई राज्यों में बिजली संकट पैदा हुआ है। उधर, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान में भी बिजली कटौती के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी बोले-रूस से गैस की आपूर्ति ठप

देश के बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा रूस से गैस की आपूर्ति ठप हो गई है। हालांकि थर्मल पावर प्लांट में 21 मिलियन टन कोयले का स्टाक है। जो दस दिन के लिए काफी है। कोल इंडिया को मिलाकर भारत के पास कुल 30 लाख टन का स्टाक है। ये 70 से 80 दिन का स्टाक है। इसलिए वर्तमान स्थिति स्थिर है।

इसके अलावा वर्तमान में, 2.5 बिलियन यूनिट की दैनिक खपत के मुकाबले लगभग 3.5 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। वहीं पिछले दिनों में गर्मी के साथ साथ बिजली की मांग भी बढ़ी है। हमारे पास 10-12 दिनों का कोयला स्टाक है। हालांकि, उसके बाद भी पावर प्लांट बंद होने की कोई संभावना नहीं है।

केजरीवाल ने कहा पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है। हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

हमारे पास कोयले की कमी नहीं : NTPC

NTPC ने कहा, दादरी की सभी 6 यूनिट और ऊंचाहार की 5 यूनिट पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं। हमें कोयले की लगातार सप्लाई मिल रही है। हमारे पास कोयले का मौजूदा स्टाक 140000 टन और 95000 टन है। उन्होंने बताया कि आयात किया हुआ कोयला भी पाइपलाइन में है।

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