India News (इंडिया न्यूज), अजय त्रिवेदी, लखनऊ: देश-दुनिया में मशहूर उत्तर प्रदेश के खुर्जा शहर की पॉटरी को खरीददारों तक पहुंचाने के लिए योगी सरकार खास प्रयास करेगी। प्रदेश सरकार बुलंदशहर जिले के खुर्जा में सिरेमिक हाट बनाएगी जहां एक ही स्थान पर पॉटरी के तमाम उत्पाद मिल सकेंगे। खुर्जा महायोजना 2031 के तहत योगी सरकार ने सिरेमिक हाट विकसित करने की योजना बनाई है। इस हाट में खुर्जा में पॉटरी उद्योग की 400 इकाइयों को लाभ मिलेगा। उनके उत्पादों को बाजार मिलेगा और देशी व विदेशी खरीददारों को एक ही स्थान पर कई तरह के उत्पाद मिल सकेंगे। उत्तर प्रदेश से हर साल 2.3 करोड़ डॉलर के पॉटरी उत्पादों का निर्यात होता है जिसमें 90 फीसदी हिस्सेदारी खुर्जा शहर की होती है।

खुर्जा में पॉटरी उद्योग

प्रदेश सरकार ने खुर्जा की पॉटरी को अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) में शामिल किया है। इसके बाद से इसे बतौर उद्योग विकसित होने में मदद मिली है। खुर्जा शहर में पॉटरी उद्योग से जुड़ी 400 छोटी व बड़ी इकाइयां हैं जिनमें 25000 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है। औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि योगी सरकार राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (एनसीआऱ) के आस-पास के जिलों और नगरों का तेजी से विकास करने जा रही है।

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महायोजना 2031 पर काम शुरू

इसी क्रम में बुलंदशहर के खुर्जा के लिए महायोजना 2031 पर काम शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथक के सामने खुर्जा को लेकर विस्तृत प्लान पेश किया जा चुका है। इसमें सर्वाधिक जोर सेरेमिक और पॉटरी उद्योग को बूस्ट करने को लेकर लेकर है। योगी सरकार यहां के पॉटरी और सेरेमिक उद्योग को और आगे बढ़ाना चाहती है। इसके पीछे कारण यह भी है कि यहां से दिल्ली 129 किलोमीटर, तो वहीं मेरठ 92 किमी और निर्माणाधीन जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट महज 33 किमी की दूरी पर स्थित है।

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खुर्जा सबसे पुराने पॉटरी क्लस्टरों में से एक

गौरतलब है कि खुर्जा देश के सबसे पुराने पॉटरी क्लस्टरों में से एक है। खुर्जा रणनीतिक रूप से ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, एफटीब्ल्यूजेड जैसी परियोजनाओं से भी जुड़ा हुआ है, जिसका लाभ सेरेमिक और पॉटरी उद्योग को मिल सकता है। महायोजना 2031 में योगी सरकार सेरेमिक हाट विकसित करने जा रही है। इसके अलावा पुरानी आबादी से सेरेमिक से संबंधित इकाइयों को विकसित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने की भी योजना है। मुखयमंत्री योगी ने इस उद्योग को और आगे ले जाने के लिए इसकी पैकेजिंग की गुणवत्ता में सुधार और एक्सपोर्ट को बढ़ाने पर बल देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। साथ ही सेरेमिक और पॉटरी उद्योग में नये इनोवेशन और टेक्नोलॉजी से जोड़ते हुए प्रोडक्ट के डिस्प्ले में वृद्धि और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

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