Chandigarh Mayor Election: सुप्रीम कोर्ट ने चंड़ीगढ़ मेयर चुनाव के चल रहे विवाद पर 20 फरवरी को फैसला सुनाते हुए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को मेयर घोषित कर दिया। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने वोटों के गिनती आदेश जारी किये। वोटों की गिनती कोर्ट में ही कराई गयी। हालांकि बीजेपी के मेयर मनोज सोनकर ने एक दिन पहले ही माहौल को भांपते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

कोर्ट के अंदर हुई गिनती:

सीजेआई डीवाई चंदचूड़ और उनके अगुवाई वाली पीठ ने आज यानी 20 फरवरी को वोटों की जांच की और गिनती करवाई। कोर्ट ने रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह को डांट लगाते हुए नोटिस जारी किया। मसीह को एक वायरल वीडियो में वोटों में गडबड़ी करते देखा गया था। इन्होंने आम आदमी पार्टी के आठ को खराब कर दिया था। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी के दोबारा इलेक्शन करवाने के मांग को भी ठुकरा दिया।

सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कहा, अदालत का यह मुख्य कर्तव्य है कि वह लोकतंत्र की रक्षा करे। वोटों की गिनती कराने के बाद कोर्ट ने आप के उम्मीदवार को चंड़ीगढ़ नगर निगम का मेयर घोषित कर दिया। वहीं चुनाव अधिकारी अनिल मसीह के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का आदेश जारी किया।

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क्या था पूरा मामला?

इस साल जनवरी में चंड़ीगढ़ मेयर के चुनाव आयोजित किये गये थे। जिसमें आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। चुनाव के बाद गिनती के दिन आप के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर चुनाव अधिकारियों के साथ मिलकर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।

काउंटिंग के एक दिन बाद आप ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक अधिकारी को मतपत्रों को खराब करते देखा गया। जिसके बाद आप ने चुनाव की जांच करने के लिये सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। वीडियो देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट के जजों ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया था।

आप की मुश्किलें अभी भी कम नहीं:

लेकिन अभी भी आम आदमी पार्टी की चिंताएं कम नहीं हुई हैं। क्योंकि आप के तीन पार्षदों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इसे बीजेपी का तानाशाही रवैया बतलाया। दिल्ली के सीएम ने कहा देश की सभी संस्थाओं को कुचला जा रहा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लोकतंत्र को बचाने वाला कहा.

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