India News (इंडिया न्यूज़) चंद्रयान-3 मिशन: भारत का चंद्रयान 3 अपने लक्ष्य के बहुत करीब है। ISRO द्वारा किए गए ट्वीट के अनुसार आज शाम 6.04 pm पर चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। इसके बाद उसमें से प्रज्ञान रोवर निकलेगा, जो 14 दिनों तक चांद पर घूमकर उसकी रिसर्च का कार्य करेगा। साथ ही उसके निर्माण के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करेगा ।
अंतरिक्ष की संपत्ति का कौन होगा मालिक
वहीं लोगों के मन में इसको लेकर सवाल भी उठ रहा कि यदि इसरो को भविष्य में चांद पर कोई अनमोल खनिज मिलता है, तो उसका मालिक कौन होगा? बता दे की सभी देशों ने मिलकर बहुत पहले ही इसका जवाब तय कर लिया था। दरअसल जब इंसान स्पेस सेक्टर में आगे की बढ़ने की सोच रहे थे, तभी सभी देशों को अनुमान हो गया था कि एक ना एक दिन अंतरिक्ष की संपत्ति पर विवाद जरूर होगा।
अंतरिक्ष की संपत्ति पर 5 संधियां
इसको ध्यान में रखते हुए 5 संधियां की गईं है। जिसमें एक संधि किसी ग्रह, तारे, उल्कापिंड की संपत्ति और जमीन को लेकर है। बाह्य अंतरिक्ष संधि (1967) के अनुसार किसी भी ग्रह और तारे पर किसी भी देश का कोई हक नहीं होगा, जिसमें चांद भी शामिल है। बता दे कि चाँद पर भी किसी देश का अधिकार नहीं है, उस पर कोई भी देश रिसर्च कर सकता है। संधि में यह स्पष्ट कहा गया था कि कोई भी देश किसी भी ग्रह, तारे आदि का व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं कर सकता है।जिससे स्पष्ट हो जाता है कि अगर चांद पर कोई खनिज मिला, तो उस पर भारत का कोई अधिकार नहीं होगा। हालांकि वहां से रिसर्च के लिए सैंपल लाए जा सकते हैं।
बस अब कुछ घंटे और…. तय समय पर ही होगी चंद्रयान-3 की लैंडिंग’, ISRO ने ट्वीट कर दी जानकारी