Chandrayaan 3 Mission Sleep Mode: चंद्रयान-3 मिशन का प्रज्ञान रोवर लगातार चंद्रमा के सॉउथ पोल में लगातार भ्रमण करता हुआ सफल खोजे कर रहा है और महत्वपूर्ण डाटा जूटाने में लगा है। इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने शनिवार (2 सितंबर) को कहा कि चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर ठीक से काम कर रहे हैं और अब चंद्रमा पर रात हो जाएगी इसलिए इन्हें निष्क्रिय किया जाएगा।

स्लीप मोड ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि चंद्रमा की रात नजदीक आते ही इसरो विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के लिए स्लीप मोड ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान तापमान -200 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरने की उम्मीद है।

बता दें कि चंद्रमा के एक लूनर दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। वहीं जिस वक्त चंद्रमा की सतह पर सूर्य का ताप काम होने लगता है तो चंद्रमा का तापमान बहुत अधिक काम पहुंच जाता है। इस दौरान तापमान -200 डिग्री सेल्सियस से नीचे रुड़क जाता है।

रोवर ने तय की 100 मीटर की दूरी

इसरो चीफ ने कहा कि अच्छी खबर यह है कि लैंडर से रोवर 100 मीटर दूर हो गया है और हम आने वाले एक या दो दिन में इन्हें निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं, क्योंकि वहां रात होने वाली वाली है।

Aditya L1 को किया गया लॉन्च

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेंशन ने शनिवार दोपहर को ब्रह्मांड़ में स्थित हमारे तारा सूर्य को ऑब्जर्व करने के लिए अदित्य एल-1 मिशन सफलता पूर्वक लॉन्च किया। इसरो ने अदित्य एल-1 ऑब्जर्वर को करीब 12:00 बजे आंध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा से लॉन्च किया। इसरो का ये पहला सूर्य मिशन है जो लगभग 125 दिनों की अपनी कठिन यात्रा पर निकला है। अदित्य एल-1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर स्थित रहकर सूर्य को निर्देशित करने का काम करेगा। गौरतलब है कि पृथ्वी और सूर्य के बीच स्थित इस पोइंट को L-1 नाम दिया गया है जो पृथ्वी-सूर्य की दूरी का लगभग 1% है।

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