मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में सितंबर में नामीबिया से आठ चीते भारत लाए गए थे। अब 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीतों के कूनो पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही। उन्हें सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने, संभावित संघर्ष और खतरों से बचाव के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक जुट गए हैं। इस बार लगभग 12 चीतों को अफ्रीका से मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में लाए जाने की तैयारी है।
बता दें कि इन अफ्रीकन चीतों में 5 मादा चीते और 7 नर चीते होंगे और इन्हें स्पेशल प्रोटेक्शन के साथ हवाई मार्ग से मध्यप्रदेश लाया जाएगा। पहले नामीबिया से 8 चीतें पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर लाए गए थे। इस बार अफ्रीकन चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया जाएगा।
अब 14 को होगी टास्क फोर्स की बैठक
दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाने को लेकर शनिवार को चीता टास्क फोर्स की बैठक होनी थी, लेकिन अब यह 14 फरवरी को ऑनलाइन होगी। बैठक में ही नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में से दो नर भाई या फिर एक को खुले जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया जाएगा। नामीबिया से लाए गए सभी आठ चीते अब पूरी तरह यहां खुले माहौल में भी ढल चुके हैं, सभी अच्छे से शिकार कर रहे हैं। अब खुले जंगल में दौड़ रहे है।
गौरतलब है कि अभी भारत में मध्य प्रदेश का कूनो नेशनल पार्क एकमात्र ऐसा नेशनल पार्क है जहां चीते उपलब्ध है। मध्य प्रदेश की जीवन शैली चीतों के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है इसीलिए मध्य प्रदेश के अंदर चीतों पुनर्स्थापित करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर अपना कार्य कर रही है।