India News (इंडिया न्यूज), Chhatisgarh News: अक्सर प्रेमियों की कहानियां सुनने को मिलती है, जिसमें वो अपने प्रेमी को पाने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। ऐसी ही एक मजेदार कहानी छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के अमेठी से देखने को मिला है। जहां जब घरवाले प्यार के बीच आए तो लड़ने की बजाय प्रेमी ने कानून का सहारा लिया। प्रेमी अपनी याचिका को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचा। इस अनोखी याचिका के बारे में जानकर सरकारी दफ्तर भी हैरान रह गए।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह पूरा मामला धमतरी का है जहां यशकुमार अपने ही जिले की एक लड़की से प्यार करता है। लड़का और लड़की दोनों अच्छे दोस्त हैं। वो घंटों फोन पर बात करते थे और अक्सर बाहर भी मिलते थे। एक दिन जब लड़की के घरवालों को रिश्ते के बारे में पता चला तो लड़की से फोन छीन लिया गया। साथ ही उसके घर से बाहर निकलने पर भी पाबंदी लगा दी गई। उन्होंने प्रेमी यशकुमार से मिलने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद जब युवक ने अपने घरवालों से लड़की से मिलने की इजाजत मांगी तो घरवालों ने मना कर दिया।
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प्रेमी के देना चाहता था खुशखबरी
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि प्रेमी अपनी प्रेमिका को बताना चाहता था कि उसका नाम स्वास्थ्य विभाग में चौकीदार के पद के लिए आया है। जल्द ही उसे नौकरी मिल जाएगी। प्रेमी अपनी प्रेमिका को यह बताने के लिए काफी उत्साहित है। लेकिन वह अपनी प्रेमिका को यह जानकारी नहीं दे पा रहा था। इसी के चलते युवक ने जनदर्शन पहुंचकर कलेक्टर से सरकारी अनुमति मांगी है।
युवक ने कलेक्टर से लगाई गुहार
जब घरवालों ने मिलने-जुलने और बातचीत करने पर रोक लगा दी तो युवक सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया। यहां उसने जनदर्शन में कलेक्टर से गुहार लगाई। प्रेमी ने जिला कलेक्टर नम्रता गांधी को अपना आवेदन सौंपा। कलेक्टर नम्रता गांधी ने अपने जवाब में कहा कि हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है और प्रेमी द्वारा दिए गए आवेदन का समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने इस आवेदन को कलेक्टर जनदर्शन से लेकर एसपी कार्यालय तक मार्क कर दिया।
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