India News (इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh Election: महीने भर के भीतर अमित शाह का छत्तीसगढ़ का तीसरी बार का दौरा बहुत ही साधारण रहा, शाह के दौरे का दूसरा दिन बेहद ही साधारण रहा। ना तो एयरपोर्ट पर ज्यादा फूल-माला दिखा और ना ही पार्टी कार्यालय में तामझाम नजर आया। एयरपोर्ट पर सिर्फ पार्टी अध्यक्ष अरूण साव ही स्वागत के लिए पहुंचे। ना कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखा और ना ही नेताओं का रेला नजर आया। पार्टी कार्यालय में भी ऐसा ही कुछ आलम दिखा। कार्यालय पहुंचने पर सिर्फ तीन लोगों ने ही गुलदस्ता दिया। शाह ने पार्टी कार्यालय में अपने स्वागत को सिर्फ तक़रीबन 20 सेकंड में ही निपटाया और फिर सीधे मीटिंग रूम की तरफ बढ़ गये। आगे-आगे अमित शाह, उनके पीछे डॉ रमन, नारायण और पवन साय।
पार्टी की चुनावी स्थिति से शाह खुश नहीं
जानकर बताते हैं कि पार्टी की चुनावी स्थिति से शाह खुश नहीं हैं। लिहाजा, उन्होंने तामझाम के लिए साफ तौर पर मना कर दिया है। पिछली बैठक में भी शाह ने पार्टी की स्थिति का आईना बड़े नेताओं को दिखाया था। तब ये बातें सामने आयी थी कि अगर इन स्थिति को मजबूत नहीं किया गया, तो चुनाव में जीत तो छोड़िये, पिछले बार जैसी स्थिति होने से कोई रोक नहीं सकता।
दो तीन लोग ही स्वागत में हुए शामिल
जानकारी के मुताबिक जब अमित शाह का कार्यक्रम फाइनल हुआ, तो एयरपोर्ट पर 20 से ज्यादा लोगों के स्वागत करने की लिस्ट बनी थी। उसी तरह से पार्टी मुख्यालय में भी आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं को स्वागत करना था, लेकिन अमित शाह ने रायपुर आने से ठीक पहले सभी तामझाम को रूकवा दिया। एयरपोर्ट पर एक से दो, जबकि मुख्यालय में भी दो-तीन लोगों को ही स्वागत के लिए कहा गया। इसके बाद अरुण साव ने ही शाह का एयरपोर्ट पर स्वागत किया। शाह कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे जिस गाड़ी से आए, उसी गाड़ी में साव भी पिछली सीट पर बैठे थे।
पार्टी मुख्यालाय के अंदर और बाहर सिक्योरिटी टाइट
पार्टी मुख्यालाय के अंदर और बाहर सिक्योरिटी काफी टाइट थी, कुछ चुनिंदा नेताओं को छोड़कर बाकियों को अनुमति नहीं थी। लिहाजा कोरबा जिले के रामपुर से भाजपा के सीनियर आदिवासी विधायक ननकीराम कंवर जब पार्टी दफ्तर पहुंचे, तो उन्हे भी गेट पर ही रोक दिया गया। उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। कहा गया कि अंदर आने वालों की सूची में आपका नाम नहीं है, आप कार्यालय में प्रवेश नहीं कर सकते। इसके बाद कंवर वापस अपने निवास लौट गए। बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय अन्य शामिल रहे। बैठक के मद्देनजर पार्टी कार्यालय के बाहर सुरक्षा का खास इंतजाम किया गया। अमित शाह जैसे चुनावी चाणक्य यदि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में इतनी दिलचस्पी दिखा रहे है, तो समझा जा सकता है की इसके कई माएने है, पर दौरे से एक बात तो साफ़ है छत्तीसगढ़ किसी भी क़ीमत पर चाहिए।
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