India News (इंडिया न्यूज), Taiwan Invasion: अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने दावा किया है कि रूस और चीन सैन्य मुद्दों पर अधिक निकटता से मिलकर काम कर रहे हैं। जिसमें ताइवान पर संभावित आक्रमण भी शामिल है। जिससे संभावित परिदृश्य का मुकाबला करने के लिए सरकार में नई योजना बनाई जा रही है जिसमें देश समन्वय में लड़ेंगे। नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक नेशनल एवरिल हेन्स ने गुरुवार को कांग्रेस की गवाही में कहा कि हम पहली बार चीन और रूस को ताइवान के संबंध में एक साथ काम करते हुए देखते हैं। साथ ही मानते हैं कि यह एक ऐसी जगह है जहां चीन निश्चित रूप से चाहता है कि रूस उनके साथ काम करे, और हमें कोई कारण नहीं दिखता कि वे ऐसा क्यों नहीं करेंगे।

चीन-रूस की सेना साथ कर रही काम

बता दें कि, दक्षिण डकोटा के रिपब्लिकन सीनेटर माइक राउंड्स ने सीनेट सशस्त्र सेवा समिति की सुनवाई के दौरान हेन्स से ऐसे संभावित परिदृश्य के बारे में पूछा। उन्होंने रक्षा खुफिया एजेंसी के प्रमुख से ऐसी संभावना के लिए पेंटागन की योजना के बारे में भी पूछा। जिसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी क्रूस ने जवाब दिया कि ऐसे माहौल में रक्षा विभाग हमारी संयुक्त बल आवश्यकताओं के बारे में और भी अधिक चिंतित हो गया है। जहां रूस और चीन निश्चित रूप से सहयोगी होंगे, और हमें इसे ध्यान में रखना होगा।

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अमेरिकी कांग्रेस में बड़ा खुलासा

रिपब्लिकन सीनेटर माइक राउंड्स ने कहा कि मुख्य बात यह है कि मूल रूप से यदि हमारा एक के साथ संघर्ष होता है। तो संभावना है कि हमारे पास दूसरा मोर्चा होगा। योजना, उपकरण और जनशक्ति की जरूरतों को प्रभावित करना। हेन्स ने कहा कि निश्चित रूप से यह एक संभावना है। मुझे लगता है कि इसकी कितनी संभावना है, यह सवाल परिदृश्य पर निर्भर करता है। हेन्स ने आगे कहा कि खुफिया आकलन से संकेत मिलता है कि रूस और चीन के बीच वास्तव में समाज के हर क्षेत्र में कोई सीमा नहीं साझेदारी में सहयोग बढ़ रहा है। जो राजनीतिक, आर्थिक, सैन्य, तकनीकी आदि है।

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