India News (इंडिया न्यूज़), CM Hemant Soren: जमीन घोटाला मामले में जेल से रिहा होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्रमुख हेमंत सोरेन ने गुरुवार (4 जुलाई) को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, उनकी सरकार को अभी विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करना बाकी है, क्योंकि 8 जुलाई को फ्लोर टेस्ट होगा, जिसमें हेमंत सरकार को बहुमत साबित करना होगा। हालांकि, हेमंत सोरेन के लिए बहुमत साबित करना इतना मुश्किल नहीं होगा, क्योंकि संख्या के लिहाज से उनके पास गठबंधन का पर्याप्त संख्याबल है। इस बीच, कई विधायकों के लोकसभा चुनाव लड़ने की वजह से संख्या जरूर कम हुई है, लेकिन फिर भी हेमंत सरकार को बहुमत साबित करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
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गुरुवार को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार शाम सीएम पद की शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली एक सदस्यीय कैबिनेट ने इसके लिए विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाने को मंजूरी दे दी है। आधिकारिक तौर पर जारी सूचना में बताया गया है कि झारखंड विधानसभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन के नियम-139 के तहत 8 जुलाई को मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। इस पर बहस के बाद वोटिंग होगी। माना जा रहा है कि विश्वास मत के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार होगा। गुरुवार शाम 4.55 बजे झारखंड के सीएम पद की शपथ लेते ही हेमंत सोरेन एक्शन मोड में नजर आए। शाम करीब छह बजे वे प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे और औपचारिक रूप से कार्यभार संभाला। कुल 154 दिनों के बाद उन्होंने एक बार फिर यह जिम्मेदारी संभाली है।
मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तार हुए थे हेमंत
इससे पहले राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सोरेन को इसी साल 31 जनवरी को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था और उसी दिन रात 8.30 बजे उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी जगह उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को सीएम की कुर्सी संभाली थी। 28 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए और सातवें दिन ही उन्होंने एक बार फिर सीएम की कुर्सी संभाल ली। बतौर सीएम यह उनका तीसरा कार्यकाल है।
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