India News (इंडिया न्यूज), UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने यूपी में बीजेपी को जोरदार झटका दिया है। इसके बाद से पार्टी में कुछ भी ठीक नहीं है। जिस उत्तर प्रदेश से पार्टी को बहुत ज्यादा उम्मीदें थी उसी ने जोरदार धक्का दिया है। यूपी से बीजेपी को सबसे बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे में अटकलों का बाजार भी गर्म हो गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कुर्सी से हटाया जा सकता है। जिस तरह से पार्टी के लोगों के बयान आ रहे हैं उससे लग रहा है कि योगी की कुर्सी फिलहाल हिल रही है। हार की वजह से ही सीएम योगी के काम करने के तरीके पर उनकी ही पार्टी उंगली उठा रही है। यहां नहीं संगठन और सरकार में समन्वय पर भी मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लिया जा रहा है।
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद का बयान
- नौकरी करने के लिए नहीं आए हैं- योगी
- बुल्डोजर से डर लगता है इन्हें…- योगी
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद का बयान
आग को हवा देने का काम राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया। जब उन्होनें ये इशारों -इशारों में ये बताया था कि राज्य की कार्यकारिणी के दौरान कह दिया था कि संगठन सरकार से बड़ा नहीं हो सकता है। उनके इस बयान के बाद ऐसे कयास लगने लगे कि सीएम योगी आदित्यनाथ की जगह अब केशव प्रसाद मौर्य को दी जाएगी। बीजेपी के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में भी ये बात सामने निकल कर आई। कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जिसमें चर्चा हुई कि बीजेपी को हुए नुकसान की रिपोर्ट भी योगी ने पीएम मोदी और अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी थी। इन हलचल के बीच अब सीएम योगी अपने पुराने अवतार में नजर आ रहे हैं। जिसका असर विधानसभा सत्र में देखने को मिला। सत्र के दौरान सीएम योगी एक तीर से कई शिकार करते हुए नजर आए। सीएम योगी अपने पुराने अंदाज से विपक्ष सहित अपनी पार्टी को भी अल्टिमेटम देते हुए नजर आए।
बुल्डोजर से डर लगता है इन्हें…- योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अपने आक्रामक अंदाज में चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘वह सरकार में नौकरी करने के लिए नहीं आए हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘जो भी अराजकता पैदा करेगा वह उसका अंजाम भुगतेगा। आगे योगी कहते हैं कि यह कुछ लोगों को बुलडोजर से डर लगता है लेकिन कानून तोड़ने पर तो बुलडोजर चलेगा ही। लेकिन यहां एक बात लोगों के मन में खटक रही है कि हाल ही में बीजेपी के सहयोगी और योगी कैबिनेट में मंत्री संजय निषाद ने भी बुलडोजर एक्शन को लेकर आपत्ति जताते हुए इसे हार की वजह भी बता दी थी। पार्टी की मानें तो बुलडोजर का जिक्र के माध्यम से योगी ने सपा को आड़े हाथ लिया है। लेकिन बाबा के निशाने पर संजय निषाद भी लग रहे थे।
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नौकरी करने के लिए नहीं आए हैं- योगी
सीएम योगी आगे कहके हैं कि मेरे राज्य में कई ऐसे बदमाश हैं जो ‘बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोग प्रदेश के अंदर अराजकता पैदा करके सामान्य लोगों का जीना हराम करते हैं। मेरा दायित्व बनता है, मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं, कतई नहीं। मैं यहां पर इस बात के लिए आया हूं कि अगर वह करेगा तो भुगतेगा भी। मैं इसलिए यहां आया हूं कि हम लोग उससे लड़ेंगे। ये लड़ाई हमारी सामान्य लड़ाई नहीं है। ये प्रतिष्ठा की लड़ाई भी नहीं है। मुझे प्रतिष्ठा प्राप्त करनी होती तो मुझे इससे ज्यादा प्रतिष्ठा अपने मठ में मिल जाती है। कोई आवश्यकता नहीं है मुझे’
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जान लें कि यूपी में बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत हासिल है। ऐसे में सीएम योगी का यह कहना भी सहा माना जा रहा है कि बीजेपी साल 2027 में भी विधानसभा चुनाव जीतकर दिखाएगी। लेकिन लगे हाथ ये उनका योगी का सीएम की कुर्सी को लेकर कहना, कि ‘वे नौकरी करने नहीं आए, और मठ में ज्यादा प्रतिष्ठा मिल जाती’ संदेश है कि वो न केवल सपा बल्कि अपनी पार्टी में उनके लिए चुनौती बनने जा रहे हैं। यानि कि अगर 2027 में योगी से अगर सीएम पद की कुर्सी छिन जाती है तो वो भी इसका मुहतोड़ जवाब देंगे।