India News (इंडिया न्यूज), UP:अयोध्या में बुधवार को छोटी दिवाली के अवसर पर भव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है। शहर को भव्य तरीके से सजाया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण का चित्रण करने वाले कलाकारों का स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में दिवाली समारोह के तहत भगवान राम, सीता और लक्ष्मण का चित्रण करने वाले कलाकारों के रथ को खींचा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दीपोत्सव समारोह के तहत झांकियों की शोभायात्रा निकाली गई। रामायण के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों में देश भर के शास्त्रीय नर्तकों के प्रदर्शन ने राम पथ पर अपना जादू बिखेरा। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर झांकियों को रवाना किया।
इन झांकियों में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। हर कोई झांकियों के दृश्य को अपने मोबाइल फोन के कैमरे में कैद करता नजर आया। इस दौरान रामपथ पर गुलाल उड़ने के साथ ही खूब आतिशबाजी भी हुई। इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने पुत्रयेष्ठि यज्ञ से लेकर श्री राम के राज्याभिषेक तक के विभिन्न प्रसंगों को झांकियों के रूप में बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल श्री राम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों को दिखाया गया, बल्कि इनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया।
प्रवक्ता के अनुसार इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्याभिषेक का भी आयोजन किया जाएगा, जिसके साथ ही अयोध्या का दीपोत्सव अपने भव्य रूप में शुरू हो जाएगा। महोत्सव में साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग और सात झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई थीं। पर्यटन विभाग की ओर से सजाई गई झांकियों में तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के सातों अध्यायों – बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं। इस आठवें दीपोत्सव में श्रीराम की शिक्षा, सीता-राम विवाह, वन यात्रा, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान का लंका गमन, शक्ति बाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना, रावण वध, अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के एक अन्य प्रतिभागी विशाल शर्मा ने कहा, “हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हम भव्य मंदिर में श्री राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव में भाग ले रहे हैं।” राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी जुलूस का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “यह सभी के लिए खुशी का क्षण है क्योंकि यह उत्सव का अवसर है। हम भी दूसरों की तरह जश्न मना रहे हैं।” राज्य सरकार ने बुधवार शाम अयोध्या में सरयू के तट पर 28 लाख से अधिक दीये जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना बनाई है। इस साल जनवरी में मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव कार्यक्रम है।
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने स्थानीय कारीगरों से 28 लाख दीये मंगवाए हैं, ताकि अगर किसी कारण से 10 प्रतिशत दीये खराब भी हो जाएं तो भी 25 लाख दीये जलाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर तैयारियां जोरों पर हैं। घाट प्रभारी और समन्वयक नियमित रूप से स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन कर रहे हैं जो घाट पर व्यवस्थित तरीके से दीये रख रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के तहत अयोध्या में यह आठवां दीपोत्सव कार्यक्रम होगा। सरकार ने घाटों पर पांच से छह हजार लोगों की मेजबानी की व्यवस्था की है। वहीं, कार्यक्रम का सीधा प्रसारण अन्य लोगों को दिखाने के लिए 40 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। दीपोत्सव का उद्देश्य धार्मिक नगरी के आध्यात्मिक, पारंपरिक और सांस्कृतिक सार को प्रदर्शित करना है। इस कार्यक्रम में छह देशों म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे।