India News (इंडिया न्यूज), Pilibhit-Crime: एसओ ने मेरी जान ले ली…खुद ही कहा जहर खा लो, देखेंगे…कोई मुझे बचा लो…मैं बहुत परेशान हूं। ये शब्द कहते हुए दुष्कर्म पीड़िता ने दम तोड़ दिया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर वह बार-बार थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। जहर खाने से उसकी हालत बिगड़ने पर उसे पीलीभीत से बरेली जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां मौत से पहले दर्द से तड़पते हुए उसके कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए। जिसमें वह अमरिया थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगा रही थी। इस मामले में एसपी अविनाश पांडेय ने मामले की जांच सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी को सौंपी है।

शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप

अमरिया थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने करीब आठ माह पूर्व क्षेत्र के ही एक युवक पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने साक्ष्यों के अभाव में तीन माह पूर्व मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। लेकिन सीओ सदर ने फाइनल रिपोर्ट वापस कर नए सिरे से जांच के आदेश दिए थे। मामले की जांच अभी चल रही है। युवती कार्रवाई के लिए बार-बार थाने के चक्कर लगा रही थी।

उधर, युवती कार्रवाई के लिए बार-बार थाने के चक्कर लगा रही थी। इसी बीच युवती को जानकारी मिली कि आरोपी युवक दूसरी जगह शादी कर रहा है। इससे परेशान होकर वह दोबारा थाने पहुंची और पुलिस से आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। मरने से पहले दर्द से कराह रही युवती के वीडियो के मुताबिक आरोप है कि पुलिस ने उसकी एक भी नहीं सुनी। वह कई बार चक्कर लगा चुकी थी। कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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एसपी ने मामले की जांच सीओ को सौंपी

थाने के एसओ ने कहा कि जहर खा लो…तो खा लिया, अब जल रही है। उधर, इस मामले में पुलिस का कहना है कि युवती ने थाने आने से पहले जहर खाने की बात बताई थी। इसके बाद पुलिस ने ही उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। युवती की तबीयत बिगड़ने पर बुधवार देर रात उसे बरेली रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने बताया कि वायरल वीडियो का मामला संज्ञान में है। पूरे मामले की जांच सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी को सौंपी गई है।

न डॉक्टर आया न स्टाफ, बोले ऑक्सीजन नहीं है

लड़की का वीडियो उसके परिजन बना रहे थे। जिसमें वह कहती नजर आ रही थी कि उसे बहुत बेचैनी हो रही है। उसे कोई आरामदेह इंजेक्शन लगा दो। अस्पताल में किसी ने पूछा कि कोई देखने आया या नहीं, तो लड़की ने कहा कि अभी तक कोई देखने नहीं आया। इस बीच परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल लाने के बाद किसी ने लड़की का इलाज नहीं किया। जब उन्होंने स्टाफ से संपर्क कर ऑक्सीजन लगाने को कहा तो उन्होंने भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन नहीं है। आरोप है कि जब लड़की की मौत हो गई तो एक स्टाफ आया और उसे ऑक्सीजन मास्क लगाया।

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