INDIA NEWS (DELHI): कंझावला केस में आरोपियों ने दरिंदगी की सारि हदें पार कर दी है। इस केस में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने यह कबूला है कि घटना के कुछ देर बाद ही उनको पता चल गया था कि अंजलि की बॉडी गाड़ी में फंसी हुई है।

पुलिस ने कहना है कि आरोपियों ने अंजलि की बॉडी कार से नहीं निकाली क्योंकि आरोपियों में डर था कि अगर बॉडी निकालते किसी ने उन्हें देख लिया तो वो पड़के जायेगे।

आरोपियों को अच्छी तरह पता था कि इनकी गाड़ी में एक लाश लगी हुई है और फंसने के डर से उन्होंने लाश को 12 किलोमीटर तक घसीटते रहे। उन्होंने खुद यह गुनाह पुलिस के सामने कबूल कर लिया है।

कंझावला केस के आरोपी को अदालत ने दी बेल

दिल्ली की अदालत ने कंझावला मामले में आरोपी अंकुश खन्ना को शनिवार को जमानत दे दी थी। जनता का कहना है की दिल्ली सरकार उसे बचाने की कोशिश कर रही है। अंकुश खन्ना को 20,000 रुपये में जमानत दिया गया है।

साल के अंतिम दिन की रात को कंझावला की सड़क पर एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ था। अंजलि रविवार की रात एक समारोह से अपनी स्कूटी से घर आ रही थी। उसी समय रात में ही कार से उसका एक्सीडेंट हो गया।

आरोपी इस घटना के बाद लाश कार में लटकती रही और इसके बाद भी आरोपियो ने लाश को कार से निकलने के बजाय उसे करीब 12 किलोमीटर तक सड़क पर घिसते रहे। आज आरोपियों ने यह अपराध कबूल कर लिया है की उनको इस बात का पता था की कार में लड़की फांसी है।